स्वतंत्रता संग्राम में भाटापारा के स्वतंत्रता सेनानियों का योगदान : आज़ादी के अमृत महोत्सव पर विशेष लेख
आजादी का अमृत महोत्सव हमारी स्वतंत्रता का एक उत्सव है जो कि प्रत्येक 25 वर्षो में मनाया जाता है , ताकि हमारी वर्तमान पीढ़ी यह जान सके कि भारत को स्वतंत्रता दिलाने के लिए हमारे स्वतंत्रता सेनानियों को कितने संघर्षों एवं कठिनाइयों का सामना करना पड़ा था ।
आज हम देश की आजादी की 75 वी वर्षगाँठ मनाने जा रहे है। किसी भी देश का भविष्य तभी उज्ज्वल होता है जब वह अपनी विरासत के गौरव के साथ पल – पल जुड़ा होता है , यह गौरव का विषय है कि हमारे देश की सांस्कृतिक विरासत और ऐतिहासिक चेतना अत्यंत ही समृद्ध है। 12 मार्च 2021 से 15 अगस्त 2023 तक आज़ादी का अमृत महोत्सव मनाया जाएगा। अमृत महोत्सव का अर्थ होता है स्वतंत्रता सेनानीयो से प्राप्त प्रेरणा का अमृत। स्वतंत्रता का अमृत यानी नए विचारों का अमृत , नए संकल्प का अमृत , यह ऐसा महोत्सव है जिसमें भारत आत्मनिर्भर होने का संकल्प लेता है।
भारत को स्वतंत्रता दिलाने देश के कोने कोने से पुरुष , महिलाओं और युवाओं ने त्याग और बलिदान किया है। बलौदाबाजार जिलान्तर्गत भाटापारा शहर तथा समीपवर्ती गांवों के स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों का स्मरण इस लेख के माध्यम से किया जा रहा है , कि अपेक्षाकृत पिछड़े हुए इस ग्रामीण अंचल का स्वतंत्रता संग्राम में विशिष्ट योगदान रहा।
(1) श्री अमरसिंह पिता श्री इच्छाराम निवासी भाटापारा ने 1942 भारत छोड़ो आंदोलन में भाग लिया तथा 07 माह कारावास का दण्ड भोगा।
(2) श्री इतवारी राम पिता श्री धरम निवासी भाटापारा ने 1942 के भारत छोड़ो आंदोलन में भाग लिया तथा 07 माह कारावास का दण्ड भोगा।
(3) श्री कासिम खान पिता श्री रमजानी खान निवासी भाटापारा ने राष्ट्रीय स्वतंत्रता संग्राम में भाग लिया तथा 15 दिवस कारावास का दण्ड भोगा।
(4) श्री गजाधर प्रसाद मिश्रा पिता श्री भुवनलाल निवासी भाटापारा ने सन 1942 के भारत छोड़ो आंदोलन में भाग लिया तथा 13 दिवस कारावास का दण्ड भोगा।
(5) श्री गुरुदासमल सिंधी पिता श्री लालमल निवासी भाटापारा ने स्वतंत्रता संग्राम में भाग लिया।
(6) श्री गोकुल प्रसाद पनका पिता श्री बहोरन दास निवासी भाटापारा ने 1942 भारत छोड़ो आंदोलन में भाग लिया तथा 07 माह कारावास का दण्ड भोगा।
(7) श्री गंगाधर पिता श्री लोकनाथ निवासी भाटापारा ने 1942 के भारत छोड़ो आंदोलन में भाग लिया तथा 11 माह कारावास का दण्ड भोगा।
( 8) श्री चैतू पिता श्री समारू निवासी ग्राम तरेंगा ने सन 1930 के जंगल सत्याग्रह में हिस्सा लिया तथा 03 माह 27 दिन कारावास का दण्ड भोगा।
(9) श्री चैतू पिता श्री सुखचैन निवासी भाटापारा ने सन 1942 के भारत छोड़ो आंदोलन में भाग लिया तथा 07 माह कारावास का दण्ड भोगा।
(10) श्री चैतू पिता श्री रामबगस निवासी भाटापारा ने राष्ट्रीय आंदोलन में भाग लिया तथा 04 माह कारावास का दण्ड भोगा।
(11) श्री चौखेलाल पिता श्री परदेशी निवासी भाटापारा ने राष्ट्रीय आंदोलन में भाग लिया तथा 15 दिवस कारावास का दण्ड भोगा।
(12) श्री जयकिशन मिश्रा पिता श्री मन्नूलाल निवासी भाटापारा ने राष्ट्रीय आंदोलन में भाग लिया तथा 01 माह15 दिन कारावास का दण्ड भोगा।
(13) श्री टुन्नीलाल पिता श्री बालूराम निवासी ग्राम अर्जुनी ने भारत छोड़ो आंदोलन 1942 में भाग लिया तथा 16 दिन कारावास का दण्ड भोगा।
(14) श्री तिलउ पिता श्री ननकू निवासी तरेंगा सन 1930 के जंगल सत्याग्रह में भाग लिया तथा 01 माह कारावास का दण्ड भोगा।
(15) श्री द्वारिका प्रसाद शर्मा पिता श्री लक्ष्मीनाथ शर्मा निवासी टोनातार ने 1942 भारत छोड़ो आंदोलन में भाग लिया तथा 08 माह कारावास का दण्ड भोगा।
(16) श्री परदेशी गोंड़ पिता श्री कुलंजन निवासी भाटापारा ने सन 1942 के भारत छोड़ो आंदोलन तथा सन 1944 के नेता रिहाई आंदोलन में भाग लिया उन्होंने 01 वर्ष 06 माह कारावास का दण्ड भोगा।
(17) श्री पुलस्थ राम पिता श्री पुल्ला सिंह निवासी बिटकुली ने सन 1942 के भारत छोड़ो आंदोलन में सक्रिय रूप से भाग लिया तथा 20 दिन कारावास का दण्ड भोगा।
(18) श्री पंचम पिता श्री बिसरू निवासी भाटापारा ने सन 1942 के भारत छोड़ो आंदोलन में भाग लिया तथा 07 माह कारावास का दण्ड भोगा।
(19) श्री फत्ते बहादुर पिता श्री सूरजपाल निवासी निपनिया ने सन 1942 के भारत छोड़ो आंदोलन में भाग लिया तथा 06 माह कारावास का दण्ड भोगा।
(20) श्री बलभद्र प्रसाद शुक्ला पिता श्री रामअवतार निवासी भाटापारा ने सन 1942 के भारत छोड़ो आंदोलन में सक्रिय रूप से भाग लिया तथा 01 वर्ष 09 माह 03 दिन कारावास का दण्ड भोगा।
(21) रजनी पिता श्री किशन निवासी भाटापारा ने सन 1942 के भारत छोड़ो आंदोलन में भाग लिया तथा 06 माह 15 दिन कारावास का दण्ड भोगा।
(22) श्री रसूल बक्श पिता श्री रिज़वी खान निवासी भाटापारा ने राष्ट्रीय आंदोलन में भाग लिया तथा 15 दिवस कारावास का दण्ड भोगा
(23) श्री रामकृष्ण शेष पिता श्री शंकर राव निवासी भाटापारा ने सन 1942 के भारत छोड़ो आंदोलन में भाग लिया तथा 01 वर्ष 03 माह कारावास का दण्ड भोगा।
(24) श्री रामगोपाल शुक्ला पिता श्री छबिराम निवासी भाटापारा ने सन 1942 के भारत छोड़ो आंदोलन में भाग लिया तथा 06 माह कारावास का दण्ड भोगा।
(25) श्री रामप्रसाद गुप्ता पिता श्री बैजनाथ निवासी भाटापारा ने राष्ट्रीय आंदोलन में भाग लिया तथा 15 दिवस कारावास का दण्ड भोगा।
(26) श्री रामस्वरूप मिश्रा पिता श्री भुवनलाल निवासी भाटापारा ने सन 1942 के भारत छोड़ो आंदोलन में भाग लिया तथा 03 माह 20 दिवस कारावास का दण्ड भोगा।
(27) श्री सखेश्वर प्रसाद मिश्रा पिता श्री गयादीन निवासी भाटापारा ने 1942 के भारत छोड़ो आंदोलन में भाग लिया तथा 06 माह 15 दिन कारावास का दण्ड भोगा।
(28) श्री सूर्यप्रसाद मिश्रा पिता श्री सखेश्वर प्रसाद मिश्रा निवासी भाटापारा ने सन 1942 के भारत छोड़ो आंदोलन में भाग लिया तथा 01 वर्ष 07 माह कारावास का दण्ड भोगा।
(29) श्री सेवकराम पिता श्री भगवानी निवासी अर्जुनी ने राष्ट्रीय आंदोलन में भाग लिया तथा 06 माह कारावास का दण्ड भोगा ।
(30) श्री हरिप्रसाद पिता श्री कांशीराम निवासी भाटापारा ने राष्ट्रीय आंदोलन में सक्रिय रूप से भाग लिया तथा 06 माह कारावास का दण्ड भोगा।
(31) श्री हरिप्रसाद पिता श्री धनजी निवासी भाटापारा ने राष्ट्रीय आंदोलन में भाग लिया तथा 04 माह कारावास का दण्ड भोगा।
* स्रोत – मध्यप्रदेश के स्वतंत्रता संग्राम सैनिक खण्ड -3 प्रकाशक भाषा संचालनालय संस्कृति विभाग मध्यप्रदेश , भोपाल प्रकाशन वर्ष 1984
आजादी के अमृत महोत्सव पर भाटापारा के इन स्वतंत्रता सेनानियों को स्मरण कर उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित करते है साथ ही स्वतंत्रता संग्राम में उनके योगदान की याद को ताज़ा कर भावी पीढ़ि के सम्मुख प्रस्तुत करते है ताकि वे प्रेरणा प्राप्त कर आजाद भारत के सपनों और कर्तव्यों के प्रति जागरूक हो सकें।
लेखक –
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डॉ . ऋषिराज पाण्डेय
सहायक प्राध्यापक एवं विभागाध्यक्ष ( इतिहास )
शासकीय गजानन्द अग्रवाल स्नातकोत्तर महाविद्यालय भाटापारा
जिला – बलौदाबाजार – भाटापारा ( छत्तीसगढ़ ) पिन – 493118