April 15, 2025
15

आई राखी आई रे
ढेरों खुशियां लाई रे

ये दौर ने तो गजब ढाया
डाकिए को घर- घर दौड़ाया
जिसने भी खोला लिफाफा
चिट्ठी संग राखी को पाया
नाच उठा हर भाई रे
आई राखी आई रे

बड़ी दीदी का है कहना
खूब लगाकर मन पढ़ना
उत्तम काम, विचारों से
सारा जग रौशन करना
आशीषों की पुरवाई रे
आई राखी आई रे

देखो, टीकेधारी भाई को
राखी बंधी कलाई को
नमकीन और मिठाई को
फल और दूध- मलाई को
घर- घर धूम मचाई रे
आई राखी आई रे

राखी पावन बंधन है
स्नेह- प्यार है, चंदन है
रत्नों से भी बढ़- चढ़कर
अनमोल है,अतुलित धन है
अंखियों को छलकाई रे
आई राखी आई रे

कमलेश चंद्राकर

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *