सफलता की कहानी: नए चबूतरे में होगी धान खरीदी और भंडारण, धान का नही होगा नुकसान
रायपुर। खरीफ विपणन वर्ष 2020-21 के लिए कल एक दिसंबर से प्रदेश भर में धान की खरीदी प्रारंभ हो जाएगी। शासन – प्रशासन द्वारा इसके लिए आवश्यक तैयारी पूरी कर ली गई है। खास बात यह है कि रायपुर जिले में इस वर्ष अनेक उपार्जन केंद्रों में नवनिर्मित चबूतरे में धान की खरीदी और भंडारण होगी। इससे धान का अनावश्यक नुकसान नहीं होगा और शेडयुक्त चबूतरे में बारिश से भी धान का बचाव होगा।
छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा किसानों से एक दिसम्बर से धान की खरीदी की जायेगी। प्रदेश के किसानों में धान खरीदी को लेकर काफी उत्साह है। किसानों का कहना है कि 2500 रुपये प्रति क्विंटल समर्थन मूल्य में धान की खरीदी के बाद गत वर्ष से न्यूनतम समर्थन मूल्य में धान खरीदा जा रहा है। राजीव गांधी न्याय योजना के माध्यम से किसानों को अंतर राशि उनके बैंक खाते में भी दी जा रही है।
पलौद की सरपंच श्रीमती तारिणी साहू, थानसिंग सेन,रिंक चंद्राकर, अजय गायकवाड़,रमेश यादव, राजकुमार आदि कृषको का कहना है कि उनके गांव में नया चबूतरे बन गए हैं। मंडी प्रांगण में कई चबूतरे जीर्ण शीर्ण अवस्था में थे। इससे धान को नुकसान होने की संभावना बनी रहती थी। उन्होंने बताया कि हमारे गाँव में शेडयुक्त चबूतरे बनने से बारिश से भी किसानों से खरीदे गए धान को बचाया जा सकेगा।
इसी तरह ग्राम पचेड़ा में भी नए चबूतरे में धान की खरीदी होगी। यहाँ लगभग 10 चबूतरे बनाये गए हैं। गाँव के सरपंच श्री नेहरू डांडे, रामदुलार वर्मा,छन्नूलाल,प्राणनाथ नवरंगे, लखन पाल, संतलाल चतुर्वेदी आदि किसानों ने इन चबूतरों के निर्माण से सोसायटी में किसानों से खरीदे गए धान का व्यवस्थित रखरखाव होने की बात कही। उन्होंने बताया कि पुराने चबूतरे की स्थिति खराब है। नए चबूतरे की कमी महसूस हो रही थी। इन चबूतरों में ही धान के बोरों को व्यवस्थित रखा जाएगा, जिससे धान खराब नहीं होंगे।