बाल कविता : बड़े काम के तोते
दबा चोंच में फल को उड़ते,
बीज कुदरती बोते।
इससे फल उत्पादन बढ़ता,
बड़े काम के तोते।।
दर्जन एक प्रजाति इनकी,
मिलती भारत भर में।
मध्यप्रदेश में तीन प्रजाति,
मिलतीं गांव शहर में।।
पेड़ों के कोटर में रहते,
छत पर उड़कर आते।
दाना भी चुगते है लेकिन,
मिर्च स्वाद से खाते।।
गुईंया की गर्दन पर होती,
नीले रंग की धारी।
सिर्फ जंगलों में रह करके,
सारी उम्र गुजारी।।
एक नस्ल हीरामन इसकी,
और गुलाबी तोता।
हुलिया इन दोनों का बच्चों,
इक जैसा ही होता।।
मध्यप्रदेश में सभी जगह पर,
हीरामन मिल जाता।
हरियल तन पर लाल चोंच का,
रंग अनूठा भाता।।
नष्ट हो रही इनकी जाति,
नहीँ मारकर खाओ।
कैद नहीं पिंजरे में करना,
इनके प्राण बचाओ।।
इतनी बात हमारी सुन लो,
अगर कहा ना माना।
तीन साल की कैद साथ में,
पच्चीस हजार जुर्माना।।
डां कैलाश सुमन
मुरैना मध्यप्रदेश मोवायल नं
9826819117