नव वर्ष अब आया है
नई उमंगें साथ लिए ,
नव वर्ष अब आया है।
बहुत कठिन था साल पुराना,
छायी थी अंधियारी ।
दुर्भाग्य ने सबको घेर लिया
आई थी लाचारी ।।
डर , चिंता आतंक ने
सबको बहुत सताया है।
नई उमंगें साथ लिए ,
नव वर्ष अब आया है।।1।।
आतंक रूपी कोरोना से,
सबको आफत आयी।
जाने कितने चले गए ,
सब देने लगे दुहाई ।।
कोरोना रूपी दानव ने
आतंक बहुत मचाया है ।
नई उमंगें साथ लिए ,
नव वर्ष अब आया है।।2।।
सब मिलजुल कर एक हुए,
नीति नयी अपनाई ।
सबने मुँह में मास्क पहन,
नई दिशा दिखलाई ।।
वैक्सीन औऱ होशियारी से
कोरोना को दूर भगाया है।
नई उमंगें साथ लिए ,
नव वर्ष अब आया है।।3।।
साथ रहेंगें हम सब मिलकर
गीत खुशी का गाएंगें ।
नया जोश साथ में लेकर,
नव विकास हम लायेंगें ।।
आगें बढ़ते जायेगें हम ,
कोई रोक न पाया है ।
नई उमंगें साथ लिए ,
नव वर्ष अब आया है।।4।।
कविता स्वरचित और मौलिक है ।
डॉक्टर कमलेंद्र कुमार श्रीवास्तव
रॉवगंज कालपी जिला जालौन पिनकोड 285204
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