डागा कन्या महाविद्यालय में हिन्दी की प्रयोजनीयता पर व्याख्यान
रायपुर । श्रीमती पी.जी.डागा कन्या महाविधालय में हिंदी विभाग की ओर से हिंदी की प्रयोजनीयता और युवाओं का भविष्य विषय पर व्याख्यान का आयोजन किया गया।
मुख्य वक्ता ‘डा. सुधीर शर्मा विभागाध्यक्ष हिंदी कल्याण स्नातकोत्तर महाविद्यालय भिलाई ने मुख्य वक्तव्य देते हुए कहा कि दुनिया एक वैश्विक गांव हो चुकी है और इस तकनीक की दुनिया की सबसे बड़ी आवश्यकता हिंदी है। हिंदी की दुनिया बड़ी हो चुकी है तथा अब यह रोज़गारपरक भाषा है। हिंदी में युवाओं का भविष्य अन्य भाषाओं की तुलना में ज्यादा है। यह ज्ञान, शिक्षा, सूचना और मनोरंजन को विस्तार देती है।
उन्होंने अपने वक्तव्य में “हिंदी की प्रयोजनीयता एवं युवाओं के भविष्य “विषय पर महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान करते हुए बताया कि हिंदी के सैकड़ों शब्दों को आॅक्सफोर्ड डिक्शनरी में शामिल किया गया है। साथ ही साथ उन्होंने बताया की भाषा का संप्रेषणीय होना अति आवश्यक है। उन्होंने छात्राओं के अनेक प्रश्नों का रोचक ढंग से उतर भी दिया।
इस व्याख्यान कार्यक्रम में महाविद्यालय की प्राचार्य डा.संगीता घई, हिंदी विभाग से डा. आरती पांडे, श्रीमती दिलशाद बेगम सैफी, डा. पद्मा मैम ,डा. स्मृति अग्रवाल, डा.गायत्री शर्मा एवं समस्त सहयोगी शिक्षिकाएँ एवं बी. ए,बी.एस. सी, बी.काम की समस्त छात्राएँ उपस्थित रहीं। अंत में महाविद्यालय परिवार की ओर से डॉ सुधीर शर्मा का सम्मान भी किया गया। समारोह का संचालन दिलशाद सैफी ने और आभार प्रकट डॉ आरती पांडेय ने किया।