भविष्य नारी शक्ति से पहचाना जाएगा – डॉ. विनय पाठक
अखिल भारतीय विकलांग चेतना परिषद के तत्वावधान में नारी शक्ति सम्मान पर केंद्रित वेबीनार का आयोजन डॉ विनय पाठक पूर्व अध्यक्ष राजभाषा आयोग छ. ग. की अध्यक्षता में संपन्न हुआ। इस अवसर पर डॉ. के एस बाजपेई अस्थि रोग विशेषज्ञ बलोदा बाजार ने अखिल भारतीय विकलांग चेतना परिषद के द्वारा किए गए शल्य चिकित्सा पर अपने विचार रखते हुए कहा कि परिषद से जुड़कर मेरी शल्य चिकित्सा के माध्यम से विकलांगो की जो सेवा की है, उससे मुझे आत्मिक शांति की अनुभूति हुई है, इस बीच डॉ. द्वारिका प्रसाद अग्रवाल की सेवा भावना का संस्मरण किया। वेबिनार में श्री गोविंदराम मिरी पूर्व सांसद ने महिलाओं की कानून व्यवस्था का सांगोपांग विवरण प्रस्तुत किया। डॉ अनीता सिंह ने विकलांगपरक महिलाओं के अतदान की परिक्रमा करते हुए हिंदी साहित्य में उनकी उपस्थिति का उल्लेख किया। सरला स्वर्णकार ने योग के माध्यम से और डॉ संगीता गोयल ने संस्कार व नैतिक शिक्षा को केंद्रस्थ करते हुए नारी अस्मिता का अन्वेषण किया। अध्यक्षीय आसंदी से उद्बोधित उदगार के उपक्रम में डॉ विनय पाठक ने कार्यक्रम की सार्थकता पर प्रकाश डालते हुए कहा अभी भी अधिसंख्य नारियां मध्यकालीन जीवन से उबर नहीं पाई है लेकिन आने वाले समय में भविष्य उज्ज्वल होगा इसमें दो मत नहीं। कार्यक्रम के प्रारंभ में राजेंद्र अग्रवाल राजू कोषाध्यक्ष ने स्वागत भाषण एवम मदन मोहन अग्रवाल ने विषय प्रस्तावना के साथ आभार प्रदर्शन किया। कार्यक्रम का सफल संचालन करते हुए डॉ अनीता अग्रवाल ने नारी शक्ति का अखिल भारतीय विकलांग चेतना परिषद में योगदान के बारे में विस्तार से प्रस्तुति दी व श्रीमती पार्वती अग्रवाल, बिल्हा को उनके सर्वोत्तम सेवा कार्यों के लिए, भगवती कोरबा, प्रेमलता गोयल अंबिकापुर को उनके द्वारा उत्तम सेवा कार्यों के लिए उनकी उपलब्धियों के आधार पर प्रतीकात्मक स्मृति चिन्ह व प्रशस्ति पत्र समर्पित करते हुए सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम में श्रीमती मीरा सिंह अमेरिका, अनिता ठाकुर कलकत्ता, डॉ कविता यादव राजस्थान, सत्येंद्र अग्रवाल रायपुर, बालगोविंद अग्रवाल बिलासपुर, नित्यानंद अग्रवाल, आर के बुधौलिया, श्रीमती विद्या गोवर्धन, डॉक्टर प्रमिला काले, ममता मिश्रा, मनोरमा अग्रवाल, डॉ आरती पाठक, डॉक्टर संगीता परमानंद, आभा गुप्ता, डॉक्टर बाल कृष्णा, अंतिमा गुप्ता, रश्मि लता मिश्रा, पूजा अग्रवाल, आकृति शर्मा, शीतल लाठ की अहम सहभागिता रही। तकनीकी विशेषज्ञ के रूप में डॉ एम एल अग्रवाल, पूजा अग्रवाल, पूर्वा अग्रवाल का योगदान सराहनीय रहा।
प्रेषक
बालमुकुंद श्रीवास
8878993338