छंद के छ के दीवाली मिलन समारोह
पुस्तक विमोचन अउ राज्य स्तरीय छंदबद्ध कवि सम्मेलन होइस सम्पन्न|
रविवार तिथि 27/11/2022 के बैस भवन राजधानी रायपुर मा छंद परिवार के भव्य आयोजन रहिस| कार्यक्रम के भव्य सुरुआत छत्तीसगढ़ भाखा महतारी के तैल चित्र मा सबो पहुना मन के द्वारा दीप प्रज्वलित करत,पूजा – अर्चना अउ वंदना ले
छंद के छ परिवार के
संस्थापक गुरुदेव अरुण कुमार निगम के मार्गदर्शन मा होइस|
वरिष्ठ छंदकार बलराम चंद्राकर, विजेन्द्र वर्मा के संयोजन में आयोजित कार्यक्रम मा 22 जिला के 110 छंदकार मन उपस्थित रहिन.
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रख्यात भाषाविद् डॉ.चितरंजन कर एवं अध्यक्षता अधिकारी कर्मचारी फेडरेशन के प्रदेश संयोजक कमल वर्मा जी मन करीन|विशिष्ट अतिथि के रूप मा डॉ सुधीर शर्मा विभागाध्यक्ष, हिंदी कल्याण महाविद्यालय भिलाई, विजय मिश्रा अमित प्रसिद्ध रंगकर्मी,पूरन सिंह बैस केन्द्रीय अध्यक्ष,बैस कूर्मि समाज, रामेश्वर शर्मा जी वरिष्ठ साहित्यकार रायपुर,राम नाथ साहू जी उपन्यासकार,वरिष्ठ छंदकार सूर्यकांत गुप्ता जी मन रहिन|
अतिथि मन के स्वागत श्री अरुण कुमार निगम,बलराम चंद्राकर,विजेंद्र वर्मा,चोवा राम वर्मा बादल,जितेंद्र वर्मा खैरझिटिया,अजय साहू अमृतांशु,ज्ञानु मानिकपुरी, मीतॎ अग्वाल, पोखन लाल जायसवाल, संगीता वर्मा,आशा देशमुख, मनीराम साहू मितान, शोभा मोहन श्रीवास्तव,जगदीश साहू ‘हीरा’, ईश्वर साहू ‘आरुग’, सुखदेव सिंह ‘अहिलेश्वर’, नारायण वर्मा, श्लेष चंद्राकर,महेंद्र कुमार बघेल मधु, राम कुमार चंद्रवंशी,मथुरा प्रसाद वर्मा, अश्वनी कोसरे,ओम प्रकाश साहू अंकुर मन करीन| अतिथि मन ला शाल-श्रीफल- स्मृति चिन्ह भेंट करत,पुष्प माला ले सम्मानित करे गइस|
अपन स्वागत भाषण देवत हुए छंद के छ के संस्थापक गुरुदेव श्री अरुण कुमार निगम जी संस्था के गठन के उद्देश्य एवं छ: साल के उपलब्धिय उपर प्रकाश डालत बताइन के छंद साधक मन के अब तक 22किताब के विमोचन हो चुके हे|
*छन्द के छ* के दीवाली मिलन समारोह के खास बात
छंद परिवार के साधक मन के सृजित पुस्तक मन के विमोचन रहिस|
माई पहुना डॉ. चितरंजन कर जी (वरिष्ठ साहित्यकार), पगरइत श्री कमल वर्मा जी (प्रदेश अध्यक्ष छत्तीसगढ़ राजपत्रित अधिकारी संघ), खास पहुना -इंजी. पूरन सिंह बैस जी (अध्यक्ष बैस कुर्मी क्षत्रिय समाज), डॉ. सुधीर शर्मा जी (हिंदी विभागाध्यक्ष, कल्याण महाविद्यालय भिलाई), श्री विजय मिश्र ‘अमित’ (सुप्रसिद्ध रंगकर्मी, व्यंग्यकार), श्री अरुण कुमार निगम जी (संस्थापक छन्द के छ)
मन के सानिध्य मा होइस|
छंद के छ परिवार के ए आयोजन मा चार किताब मन के विमोचन करे गइस| जउन कृति मन हवँय
1)छंद कटोरा श्री बोधन राम निषाद राज विनायक जी
समीक्षक-ज्ञानू दास मानिक पुरी जी
2)मोर सुग्घर गवँइगाँव – जगदीश ‘हीरा’ साहू
समीक्षक-मनी राम साहू मितान जी
3) छंद गीत बहार -द्वारिका प्रसाद लहरे ‘मौज’
समीक्षक- अश्वनी कोसरे ‘रहँगिया’ जी
4)छंद फुलवारी -सुचि ‘भवि’
समीक्षक- जितेंद्र वर्मा खैरझिटिया जी
कृति कार मन के सम्मानकरत संग मा
पुस्तक मन के समीक्षा करे गइस | विस्तार भरे समीक्षा के क्रम मा
जितेंद्र वर्मा खैरझिटिया’ जी, मनीराम साहू ‘मितान’ जी ज्ञानूदास मानिकपुरी जी अउ अश्वनी कोसरे जी मन बढ़िया समीक्षा प्रस्तुत करिन|
सबो कृतिकार मन ला बधाई अउ शुभकामना दे गइस |
द्वारिका प्रसाद लहरे मौज़ के कृति ‘ छंद गीत बहार’ छत्तीसगढ़ी साहित्य के पहली पुस्तक हे जेमा छंद बद्ध गीत सामील हे|
अब पारी रइस पहुना मन के उद्बोधन आशीर्वचन के-
माई पहुना भाषा विद, वरिष्ठ साहित्यकार डॉ चितरंजन कर सर कहिन
छंद के छ के परिवार के साधना, समर्पण अउ सरलग प्रयास ले छत्तीसगढ़ी भाखा अउ साहित्य हर समृद्ध होवत हे|
भाषा के विकास बर ए उदिम अनुकरणीय अउ सराहनीय हें| पुरखा मन के पद चिन्हा मा चल के ही हमर भाषा मान पाही|
लोक अभिनेता, रंघकर्मी श्री
विजय मिस्र अमित जी कहींन के प्रतिस्पर्धा स्वस्थ भाव ले होवय ककरो पांव नइ खींचना हेम जउन आगे बढ़त हें ओला पूरा सहयोग देवव अउ संगय मा चले के प्रयास करव|
खास पहुना सुधीर शर्मा जी कहिन के छंद के छ किताब के प्रकाशन के बाद ही छंद के सीखे सिखाए के आंदोलन चलीस| आज ए विशाल पेड़ कस झलार करत हे|
कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन के प्रांतीय अध्यक्ष श्री कमल वर्मा जी कहिन, छत्तीसगढ़ मा पहली बार शुद्ध रूप ले केवल साहित्यक सम्मेलन आज होवत हे -छंद परिवार ल बधाई देवत कहिन सरलग बनाए रखे के बात करीन| माटीपूत जनकवि
लक्षमन मस्तुरिया जी ला याद करत मोर संग चलव के गीत ल प्रस्तुत करीन|
जउन प्रकार ले छंद के छ परिवार के माध्यम ले छत्तीसगढ़ के रचनाकार छंदबद्ध कविता के डहर उन्मुख होवत हें उनकर जितनी भी प्रशंसा करे जाय कम हे|अरुण निगम जी के प्रयास स्तुत्य हे.जउन तरह ले छत्तीसगढ़ के कलमकारमन ला नि: स्वार्थ भाव ले छंद ज्ञान देवथ हे वो एक मिसाल हे| आदरणीय श्री
पूरन सिंह बैस,रामेश्वर शर्मा जी,राम नाथ साहू जी मन घलो संबोधित करे गइस |
भोजन के बाद
दुसराइया सत्र मा 22 जिला ले आए रचनाकार मन विविध छंद मनके काव्य पाठ करत सुमधुर रसधारा बोहाइन| सबो छंदकार मन ला पहुना मन प्रशस्ति पत्र देवत सम्मानित करीन| पहली सत्र के संचालन श्री अजय साहू अमृतांशु जी अउ कवि सम्मेलन के संचालन जितेन्द्र वर्मा खैरझिटिया, बलराम चंद्राकर, ईश्वर साहू आरुग,गजराज दास महंत, अश्वनी कोसरे, मोहन मयारू जी मन करीन|
गुरुदेव अरुण कुमार निगम जी के असीष मिलिस|
अपन उद्बोधन मा गुरुदेव छत्तीसगढ़ी के समृद्धि बर ए आंदोलन ला खास सहयोग करत कलम चलाय बर कहिन|
शेष रहना हे तव विशेष लिखव- पहिचान के चिंता झन करव , समय खुद मुल्यांकन कर लिही|
छंद के छ परिवार अपन महिनत अउ करम के सच्चा सेवा खातिर ही जाने जावय|
आभार संग धन्यवाद ज्ञापन संयोजक द्वय श्री बलराम चंद्राकर जी अउ विजेन्द्र वर्मा जी मन करीन|ए सुग्घर अवसर मा छंद के छ परिवार के सौ ले आगर छंद साधक मन के अनुशासित,गरिमापूर्ण उपस्थिति रहीस|