रामविलास शर्मा का लोकपक्ष : विष्णुचन्द्र शर्मा
डॉ रामविलास शर्मा हिंदी आलोचना के श्रेष्ठ मार्क्सवादी-लोकवादी आलोचक हैं।'लोक' की चिंता और उसका जागरण उनकी आलोचना का केंद्रीय ध्येय...
डॉ रामविलास शर्मा हिंदी आलोचना के श्रेष्ठ मार्क्सवादी-लोकवादी आलोचक हैं।'लोक' की चिंता और उसका जागरण उनकी आलोचना का केंद्रीय ध्येय...
【27अप्रैल नारायण लाल परमार जी की पुण्यतिथि पर विशेष आलेख】 - डॉ . बल्देव अपने भीतर एवं निहायती देहाती किस्म...
◆ स्मृतियों का नाद ◆ ■ रा जे श ग नो द वा ले "जब बजाया जाता तब तो अपनी...
एक बार आठ-दस साल का चार्ली चैप्लिन लंदन की दुपहरी में घर के बाहर खड़ा था. बस यूं ही गली...
मनुष्य का अन्तःकरण उसे उचित-अनुचित के निर्णय लेने का विवेक प्रदान करता है। मुक्तिबोध अपने साहित्य में बहुत से नए...
- के० पी० अनमोल हिंदी भावधारा की ग़ज़लों के रचनाकार निरंतर अपनी विधा को समृद्ध करते जा रहे हैं। ख़ूब...
भारत मे ब्रिटिश साम्राज्य का अधिपत्य होना इसके 'भाग्य' के लिए उचित नहीं कहा जा सकता। साम्राज्यवाद चाहे जो भी...
कलेक्टर डॉ गौरव सिंह ने संघ लोक सेवा आयोग की परीक्षा में अनुषा पिल्ले के चयनित होने पर बधाई एवं...
रायपुर। कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता व जनसंचार विश्वविद्यालय का मंगलवार को 20 वां स्थापना दिवस मनाया गया। इस अवसर पर विश्वविद्यालय...
चमकीला मेरे जेहन पर वैसा प्रभाव नहीं छोड़ पायी जैसा मैंने सोचा था या उम्मीद की थी। शायद इम्तियाज़ अली...