November 22, 2024

अनिला राखेचा की कविताएँ

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पहचान प्रमाण पत्र
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हमारी रुह के राशन कार्ड
हमारे व्यक्तित्व का आधारकार्ड
हमारे जीवन सफर का ड्राइविंग लाइसेंस
हमारी प्रेमसिक्त अक्षय निधि का पैन कार्ड

यह अच्छी तरह जान लो कि
अपनी आध्यात्म सत्ता की
चुनाव प्रक्रिया के लिये
हमने अपने जीवन के
वोटर आईडी कार्ड पर
खुदवा लिया है बस
एक तुम्हारा ही नाम
हमेशा हमेशा के लिए

इस धरती का भूगोल
चाहे हमें कितना भी दूर करें
मगर हम हमारे मानस का
पासपोर्ट ले करते रहेंगे
एक दूसरे के अलौकिक राष्ट्रों की
बेखौफ यात्रा…

आप हमारी आत्मा का राष्ट्रीय गान हो!!
– अनिला राखेचा
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प्रेम – पंच भूति
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ऐ धरती तुझे –
मेरे और उनके प्रेम को,
अपने हृदय में अंत तक स्थान देना होगा।

ऐ आकाश तुझे –
मेरे और उनके प्रेम को,
अपनी बाँहों में अनंत विस्तार देना होगा।

ऐ अग्नि तुझे –
मेरे और उनके प्रेम को,
अपनी नाभि में अखंड दीप सा जलाना होगा।

ऐ जल तुझे –
मेरे और उनके प्रेम को ,
अपने दृगों से भी अतल गहरा बनाना होगा।

ऐ वायु तुझे –
मेरे और उनके प्रेम को,
अपनी खुश्बू से असीम व्योम में बहाना होगा।

और अंत में ……..

इन पंचभूतों से निर्मित प्राणी –
तुझे मेरे और उनके प्रेम को ,
युगों का गीत बना गुनगुनाना होगा ……!!

— अनिला राखेचा

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धूल
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एक मुस्कान तुम्हारी है
एक मेरी
दोनों मिला दो तो
खिल उठते है फूल

बाकी ये जिदंगी तो
है ही धूल!!
– अनिला राखेचा

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