छत्तीसगढी : तीजा- तिहार
-डॉ संजय दानी )
एकदम तीर आगे हे हमर तिहार पोला अउ तीजा,
बहिनी ला देखे बर बड़ फ़ुदकत हे मोर कलीजा।
दस बछर होगे हे मोर बहिनी ला गे अपन ससुराल,
तब ले कोनो पूछय्या नइ हे ओखर छोटे भाई के हाल्।
ओ इहां रहिस तो अपन दुख ला ओही ला बतावंव,,
ओखरे सलाह से अपन जम्मो मुस्कुल ला सुलझावंव।
पच्चीस बछर होगे एती ओती घूमत घूमत आवारा कस,
अब जिन्गी ला बांधे बर है थर्मामिटर मा बंधे पारा कस।
तभे मोला ए दारिक मयारू बहिनी के बड़ इंतजार हवय,
कारकी अब मोरो मुड़ी मा बिहाव करेके भूत सवार हवय्।
आने वाला दस दिन ला अपन बहिनी के नाम करत हंव,
अउ तीजा तिहार के अविस्कारक ला परनाम करत हंव्।