रिपोर्ताज : छत्तीसगढ़ी राजभाषा दिवस – 2021
छत्तीसगढ़ी राजभाषा दिवस के अवसर मा 28 नवम्बर 2021 के छत्तीसगढ़ राजभाषा आयोग, रायपुर अउ संचालक, संस्कृति एवं पुरातत्व, छत्तीसगढ़ शासन द्वारा आयोजित संगोष्ठी, सम्मान समारोह अउ काव्यपाठ के कार्यक्रम, ठउर संस्कृति विभाग सभागार, महंत घासीदास संग्रहालय परिसर, रायपुर मा सफलतापूर्वक संपन्न होइस। कार्यक्रम के माई पहुना श्री अमरजीत भगत (संस्कृति मंत्री, छत्तीसगढ़ शासन) अउ खास सगा श्री अन्बलगन पी. (सचिव, छत्तीसगढ़ शासन, संस्कृति विभाग) रहिन ।
उपस्थिति
आयोजन मा छत्तीसगढ़ी लोकाक्षर वाट्सएप समूह के संस्थापक डॉ. सुधीर शर्मा सहित समूह के सम्मानीय सदस्य डॉ. सुरेश देशमुख, डॉ. जे.आर.सोनी, डॉ. शकुन्तला तरार, डॉ. बलदाऊराम साहू, डॉ. दीनदयाल साहू, डॉ. अनुसुइया अग्रवाल, डॉ. अनिल भटपहरी, डॉ. अशोक आकाश, श्री किशोर तिवारी, श्री भोलाराम सिन्हा, श्री चेतन भारती, श्री बलदेव भारती जी, छत्तीसगढ़ी लोकाक्षर परिवार अउ छन्द के छ परिवार दुन्नो के सदस्य अरुण कुमार निगम, सर्व श्री अजय अमृतांशु, ईश्वर साहू आरुग, कौशल कुमार साहू (फरहदा), चोवाराम वर्मा बादल, जगदीश हीरा साहू, पोखनलाल साहू, मिलन मलरिहा, मोहनकुमार निषाद, राजेश कुमार निषाद, श्लेष चंद्राकर, हेमलाल साहू अउ छन्द के छ परिवार के सदस्य सर्वश्री दुष्यन्त कुमार साहू, राज निषाद, दिलीप कुमार पटेल, सुनील शर्मा नील, राकेश कुमार साहू के विशेष उपस्थिति दिखिस। (ये नाम छत्तीसगढ़ी लोकाक्षर अउ छन्द के छ परिवार के सदस्य मन के आँय। अगर ककरो नाम भुलावत हँव त माफी देहू) एकर अलावा अनेक जिला के अनेक जिला संयोजक, साहित्यकार अउ प्रबुद्ध जन उपस्थित रहिन। संस्कृति विभाग के सभागार खचाखच भराये रहिस। स्थायी व्यवस्था के अलावा उपराहा कुर्सी के व्यवस्था तको करे गे रहिस। ये उपस्थिति आयोजन के सफलता के प्रमाण रहिस।
कार्यक्रम के श्रीगणेश अउ वक्तव्य
कार्यक्रम में कुशल संचालन सुप्रसिद्ध रंगकर्मी श्री विजय मिश्रा “अमित” जी करिन। औपचारिक शुरुवात पंथी नृत्य द्वारा होइस। कुछ लोक कलाकार मन छत्तीसगढ़ी गीत प्रस्तुत करिन। माई पहुना के आगमन के बाद छत्तीसगढ़ महतारी अउ सरस्वती दाई के फोटू के आगू दीप प्रज्ज्वलन होइस अउ छत्तीसगढ़ के राजगीत “अरपा पैरी के धार” के संग कार्यक्रम के विधिवत शुरुआत होइस। डॉ. अनिल भटपहरी (सचिव, छत्तीसगढ़ राजभाषा आयोग) के स्वगात भाषण के बाद खास सगा श्री अन्बलगन पी. अउ श्री विवेक आचार्य
(संचालक, संस्कृति एवं पुरातत्व, छत्तीसगढ़ शासन) मन गैर छत्तीसगढ़ी भाषी होए के बावजूद अपन वक्तव्य के शुरुआत छत्तीसगढ़ी भाषा मा करिन। तेकर बाद डॉ. बिहारीलाल साहू, डॉ. सुरेश देशमुख, डॉ. अनुसुइया अग्रवाल अउ विद्वान वक्ता मन चर्चा गोष्ठी मा छत्तीसगढ़ी भाषा के बढ़ोतरी बर अपन बहुमूल्य विचार प्रस्तुत करिन। इही कड़ी मा महूँ अपन विचार प्रकट करेंव।
सम्मान
छत्तीसगढ़ी राजभाषा दिवस के अवसर मा छत्तीसगढ़ के 19 विभूति मन के सम्मान करे गिस। कार्यक्रम के माई पहुना श्री अमरजीत भगत जी सुरता-चिन्हा (मोमेन्टो) भेंट करके श्री बिहारीलाल साहू जी, श्री हरप्रसाद निडर जी, डॉ. अनुसुइया अग्रवाल जी, डॉ. सुरेश देशमुख जी, श्री पुनुराम साहू जी, अरुण निगम, डॉ. कुसुम माधुरी टोप्पो, श्री गिरवरदास मानिकपुरी जी, श्री रमेश विश्वहार जी, श्री बंधु राजेश्वर खरे जी, श्री श्याम वर्मा जी, श्री गुलाल वर्मा जी, डॉ. दीनदयाल साहू जी, श्री संदीप अखिल जी, श्री नवीन देवांगन जी, श्रीमती लता राठौर जी, डॉ. सुधीर पाठक जी, श्रीमती जयमती कश्यप जी अउ श्रीमती तृप्ति सोनी जी के सम्मान करिन। माई पहुना श्री अमरजीत भगत जी (संस्कृति मंत्री, छत्तीसगढ़ शासन) ठेठ छत्तीसगढ़िया अंदाज मा उपस्थित जन-समूह ला अपन सारगर्भित गोठ-बात द्वारा संबोधित करिन।
काव्यगोष्ठी
भोजन काल के बाद कविगोष्ठी के सफल संचालन मधुर युवा कवि श्री किशोर तिवारी जी करिन। ये कविगोष्ठी मा लगभग 15 जिला के 45 कवि मन छत्तीसगढ़ी भाषा मा सरस काव्यपाठ करिन। श्री चोवाराम “बादल” जी सबके आभार प्रदर्शन करिन अउ संझा के सवा छै बजे कविसम्मेलन के समापन होगे।
माननीय मुख्यमंत्री जी द्वारा सम्मान
छत्तीसगढ़ी राजभाषा दिवस मा सम्मान खातिर चयनित जम्मो उन्नीस विभूति मन के सम्मान साँझ के गरिमामय वातावरण मा मुख्यमंत्री-निवास मा होइस। मुख्यमंत्री निवास मा श्री भूपेश बघेल जी (माननीय मुख्यमंत्री, छत्तीसगढ़) गमछा अउ सम्मान-पत्र भेंट करके जम्मो उन्नीस विभूति मन ला सम्मानित करिन। मुख्यमंत्री-निवास मा घलो श्री विजय मिश्रा अमित जी संचालन के दायित्व ला कुशलतापूर्वक सम्हालिन।
व्यवस्था
(1) निमंत्रण – डॉ. अनिल भटपहरी (सचिव, छत्तीसगढ़ राजभाषा आयोग) अउ जिला समन्वयक द्वारा व्यक्तिगत फोन द्वारा सभागार के क्षमता ला ध्यान मा रखके निमंत्रण दे गिस तभो ले क्षमता ले ज्यादा उपस्थिति रहिस। उपराहा कुर्सी लगाके सब झन के बइठे के सुग्घर व्यवस्था करे गिस।
(2) फोल्डर – प्रवेश दुवारी के आगू एक टेबल मा अवइया मन के नाम एक रजिस्टर मा अंकित करके फोल्डर प्रदान करे गिस।
(3) सेनेटाइजर – प्रवेश दुवारी मा सेनेटाइजर उपलब्ध रहिस।
(4) नाश्ता – सभागार मा बइठे जम्मो साहित्यकार तीर जाके नाश्ता बाँटे गिस।
(3) पानी – नाश्ता के संगेसंग सबो झन ला पानी के बोतल तको वितरित करे गिस। उपराहा पानी बर दुवारी के बाहर पानी के बोतल उपलब्ध रहिस।
(4) चाय – प्रवेश सवारी के किनारे फुल टाइम बर कंटेनर मा गरम चाय अउ डिस्पोजल कप उपलब्ध रहिस।
(5) भोजन – आमंत्रित मन के संख्या के अनुसार भोजन उपलब्ध रहिस। आगंतुक के संख्या अनुमान ले ज्यादा बढ़े के कारण अतिरिक्त भोजन के व्यवस्था करे गे रहिस।
(6) वाहन – मुख्यमंत्री निवास जाए बर आयोग अउ संस्कृति विभाग डहर ले वाहन के व्यवस्था करे गे रहिस। सम्मान होए के बाद हमन वही गाड़ी मा सभागार वापिस घलो आएन।
(7) ठहरे के व्यवस्था – सम्मानित होवइया विभूति मन जेकर लहुटे के साधन नइ रहिस, वोमन ला ठहराए के व्यवस्था करे गे रहिस।
ये जम्मो व्यवस्था अँखियन देखी आय। कोनो किसम के अव्यवस्था मोला नइ दिखिस।
एक बड़का आयोजन मा संतोष अउ असंतोष दुनों किसम के बात सुने बर मिलथे फेर आयोजक मन जानथें कि एक आयोजन बर कतका पहिली ले कतका किसम के व्यवस्था करे बर अनेक तनाव झेलना परथे। व्यक्तिगत आयोजन अलग बात हे फेर सार्वजनिक आयोजन मा आयोजक ला कोनो प्रकार के व्यक्तिगत फायदा नइ मिले।
मोर अनुभव के अनुसार छत्तीसगढ़ी राजभाषा दिवस के आयोजन सोला आना सफल रहिस। कोनो किसम के अव्यवस्था या कमी नइ रहिस। कोनो किसम के अप्रिय घटना नइ घटिस। अनेक जिला ले पधारे अनेक मयारुक साहित्यकार मन संग आत्मीय भेंट करे के सुअवसर मिलिस। सार्थक वक्तव्य सुने बर मिलिस। सरस कविगोष्ठी सुने बर मिलिस। सौहार्द्रपूर्ण वातावरण मिलिस।
छत्तीसगढ़ी लोकाक्षर परिवार के उपलब्धि
विशेष उल्लेखनीय हे कि आयोजक डॉ. अनिल भटपहरी (सचिव, छत्तीसगढ़ राजभाषा आयोग) छत्तीसगढ़ी लोकाक्षर के सदस्य आँय।
सम्मानित होवइया डॉ. सुरेश देशमुख, डॉ. अनुसुइया अग्रवाल, डॉ. दीनदयाल साहू, एडमिन अरुण कुमार निगम, छत्तीसगढ़ी लोकाक्षर के सदस्य आँय।
कविगोष्ठी के संचालक श्री किशोर तिवारी छत्तीसगढ़ी लोकाक्षर के सदस्य आँय।
छत्तीसगढ़ी लोकाक्षर अउ छन्द के छ के करीब 30 सदस्य मन ये आयोजन मा सम्मिलित रहिन।
ये सफल आयोजन बर डॉ. अनिल भटपहरी जी अउ उनकर आयोग के टीम, संस्कृति विभाग के सचिव, संचालक अउ उनकर टीम बधाई के पात्र हवँय। संगेसंग उत्कृष्ट संचालन बर श्री विजय मिश्रा अमित जी अउ कविगोष्ठी के सफल संचालन बर श्री किशोर तिवारी जी बधाई के पात्र हवँय।
अरुण कुमार निगम