विनोद कुमार शुक्ल से गुफ्तगू 1 जनवरी को, छत्तीसगढ़ की रचना बिरादरी का आत्मीय आयोजन
नदी जैसे लोगों से मिलने
नदी किनारे जाऊँगा
कुछ तैरूँगा और डूब जाऊँगा…
इन पंक्तियों को लिखने वाले सुप्रसिद्ध साहित्यकार विनोद कुमार शुक्ल 1 जनवरी 2022 को उम्र के 86 वें वर्ष में प्रवेश करने जा रहे हैं।
इस अवसर पर छत्तीसगढ़ की रचना बिरादरी द्वारा एक आत्मीय आयोजन किया जा रहा है। लोगों को श्री विनोद कुमार
शुक्ल से रुबरु होने, उनसे गुफ्तगू करने का अवसर भी मिलेगा।
छत्तीसगढ़ फिल्म एंड आर्ट विजुअल सोसायटी पिछले कई सालों से आज के दौर के सबसे बड़े साहित्यकारों में से एक
विनोद कुमार शुक्ल की जन्मदिवस को बेहद खास अंदाज में मनाती रही है. इस साल ये आयोजन छत्तीसगढ़ की रचना
बिरादरी के साथ मिलकर किया जा रहा है.
इस आयोजन से जुड़े सुभाष मिश्र ने बताया अपने विपुल और असाधारण लेखन से हिंदी भाषा तथा साहित्य
को समृद्ध करने वाले विनोद कुमार शुक्ल की गणना अग्रणी लेखकों में की जाती है। ‘ लगभग जयहिंद ‘
‘ नौकर की कमीज़ ‘ ‘ खिलेगा तो देखेंगे ‘ ‘ दीवार में एक खिड़की रहती थी ‘ जैसी
उनकी रचनाओं की अनुगूंज आज दुनियाभर में हैं। कई महत्वपूर्ण सम्मानों से पुरस्कृत श्री विनोद कुमार शुक्ल को हाल
ही में भारतीय साहित्य अकादेमी ने अपने सर्वोच्च सम्मान महत्तर सदस्यता (फेलोशिप) से सम्मानित किया है।
उनकी रचनाओं, पुस्तकों के अनुवाद लगभग सभी भारतीय भाषाओं सहित अंग्रेजी, फ्रेंच, इतालवी, जर्मन सहित अन्य
वैश्विक भाषाओं में हैं। नाट्य एवं फिल्म विधा के क्षेत्र से जुड़े लोगों के लिए वे आज एक महत्वपूर्ण एवं लोकप्रिय रचनाकार
माने जाते हैं। उम्र के इस पड़ाव पर वे करीब गत एक दशक से बच्चों, किशोरों के लिए लिख रहे हैं। दूसरी ओर युवाओं के
बीच भी वे खासे चर्चित हैं।
अपने उर्वर तथा मौलिक लेखन से छत्तीसगढ़ राज्य को विश्व पटल पर समादृत करने वाले विनोद कुमार शुक्ल के 86 वें
जन्म दिवस 1 जनवरी 2022 के शुभ अवसर पर छत्तीसगढ़ की साहित्यिक एवं सांस्कृतिक बिरादरी द्वारा ‘विनोद कुमार शुक्ल
जन्म दिवस समारोह’ का आयोजन नगर के सिविल लाइंस स्थित वृंदावन हाल में 1 जनवरी को अपरान्ह 11 बजे से किया जा रहा है।
इस गौरवशाली एवं आत्मीय आयोजन में अरुण कठोटे द्वारा विनोद कुमार शुक्ल की कविताओं की पोस्टर प्रदर्शनी,
रचना मिश्र और डॉ. सुयोग पाठक तथा साथियों द्वारा उनकी कविताओं की संगीतात्मक प्रस्तुति, सुप्रसिद्ध गायिका
भारती सिंह राजपूत का शास्त्रीय गायन, युवा निर्देशक देवेंद्र शुक्ल द्वारा विनोद कुमार शुक्ल पर केंद्रित लघु फिल्म का
प्रदर्शन शामिल है। साथ ही रमेश अनुपम द्वारा लिखित तथा छत्तीसगढ़ फिल्म एंड विजुअल आर्ट सोसायटी रायपुर द्वारा
प्रकाशित पुस्तिका ‘विनोद कुमार शुक्ल के मायने’ का लोकार्पण भी इस विशेष अवसर पर किया जाएगा।
छत्तीसगढ़ राज्य की साहित्यिक एवं सांस्कृतिक बिरादरी द्वारा आयोजित विनोद कुमार शुक्ल के जन्मदिवस समारोह में नगर के
साहित्यकार, संस्कृतिकर्मियों सहित अन्य नगरों से भी बड़ी संख्या में साहित्यकार-संस्कृतिकर्मी सम्मिलित हो रहे हैं।
इस आत्मीय आयोजन को सफल बनाने में बुद्धिजीवी, लेखक, पत्रकार एवं युवा पाठक वर्ग सभी अपने-अपने तरीके से सक्रिय
रचनात्मक भूमिका निभा रहे हैं। इस समारोह में शामिल होने वालों से यह अपेक्षा की गई है कि वे सभी
कोरोना गाइड लाइन का भी पालन करेंगे।