अंतराष्ट्रीय हिंदी उत्सव दुबई में विजय गुप्ता का काव्य संग्रह “वक्त डगर से” विमोचित
अंतराष्ट्रीय हिंदी उत्सव दुबई एवम मानविकी तथा समाज विज्ञान शोध संगोष्ठी 2023 दिनांक 14 सितंबर हिंदी दिवस पर आयोजित हुई। श्री सुधीर शर्मा रायपुर के संयोजन में देश भर के 40 साहित्यकारों ने सहभागिता की। इस अवसर पर विजय कुमार गुप्ता का “वक्त डगर से” पांचवा काव्य संग्रह का विमोचन हुआ। इस संग्रह में समस्त कविताओं को पांच खंडों में विभक्त किया गया है। कुल 77 कविताओं को राष्ट्र पथ, सनातन मार्ग, व्यवहार गली, लेखन राह,असमान डगर के पांच खंड प्रत्येक काव्य संदेश के उद्देश्य को निरूपित करते हैं।उद्घाटन सत्र की मुख्य अतिथि डा आरती लोकेश , विशेष अतिथि श्री कुलभूषण व्यास, सुश्री मधुलिका, श्री आलोक शर्मा थे। सभी अतिथिगण दुबई के ख्याति प्राप्त वरिष्ठ साहित्यकारों ने मंच को गौरव प्रदान किया।अध्यक्षता श्री परदेशी राम वर्मा ने की। विमोचन उपरांत सभी अतिथियों को “वक्त डगर से” भेंट की गई। इस संग्रह की समीक्षा बैठक आगामी समय में स्थानीय क्षेत्र में करवाई जायेगी। विजय कुमार गुप्ता के साथ धर्मपत्नी श्रीमती शशिप्रभा ,दुबई में कार्यरत पुत्र राजदीप एवम पुत्रवधु हर्षा भी उपस्थित हुए। *वक्त डगर से” एवम पूर्व के चारो काव्य संग्रहों की आवरण चित्रकथा का संयोजन पुत्र राजदीप ने किया। इस हेतु सम्मेलन में राजदीप गुप्ता को साहित्य वैभव गौरव सम्मान से अलंकृत किया। विजय गुप्ता के सतत लेखन सृजन क्षेत्र में साहित्य साधना हेतु साहित्य वैभव शिखर सम्मान से नवाजा गया। श्रीमती शशिप्रभा गुप्ता को मंच से महादेवी वर्मा अंतराष्ट्रीय सम्मान से सम्मानित किया गया।
वर्ष 2021 में भी विजय गुप्ता ने दुबई यात्रा की थी। वहां के अनुशासन, सिद्धांत, विकास यात्रा, वहां के प्रवासी एवम अप्रवासी नागरिक व्यवहार, देश के सर्वश्रेष्ठ रहने के मापदंड को अपने संस्मरण के साथ छठवीं पुस्तक “मेरी दुबई यात्रा” में किया। इसका विमोचन भी इसी मंच से अतिथियों के करकमलों से संपन्न हुआ।
होटल डबल ट्री हिल्टन दुबई की पांच सितारा होटल के भव्य हाल में हिंदी का वैश्विक परिदृश्य ( शिक्षा, साहित्य, संस्कृति, मीडिया और तकनीक के संदर्भ में) विषय पर महत्वपूर्ण विचार, अनुभव, और हिंदी परिवेश को और अधिक सार्थक उपयोगी बनाने साहित्यकारों ने अपने शोध पत्र प्रस्तुत किए।
द्वितीय सत्र में आयोजित अंतराष्ट्रीय काव्य गोष्ठी का सफल संचालन दुर्ग के विजय कुमार गुप्ता एवम मुंबई की डा उर्मिला सिंह द्वारा संयुक्त रूप से संपन्न हुआ।
काव्य गोष्ठी में श्री महेश कुमार वर्मा, राजेंद्र कुमार साहू, डा रामकुमार बिहार, डा रामकुमार चतुर्वेदी, डा जे के डागर, डा अर्चना पाठक, श्रीकांत पाठक, अमित उपाध्याय, डा सीमा अवस्थी, श्री मति शशिप्रभा गुप्ता, डा नयना डेलीवाला, रामराव बावरकर, श्रीमती कविता गुप्ता, मधुलिका जी, डा आरती आलोक एवम अन्य कवि कवियित्री के साथ मंच संचालक विजय कुमार गुप्ता ने काव्य पाठ किया। उल्लेखनीय है कि गोष्ठी में श्रीमती हर्षा गुप्ता ने प्रथम बार इतने वृहद मंच से अपनी कविता “मैं चिड़िया तेरे आंगन की” भावपूर्ण प्रस्तुति प्रदान की। बहुआयामी व्यक्तित्व श्री सुधीर शर्मा के प्रखर नेतृत्व ने समस्त आयोजन को अत्यंत सफल बनाया। उक्त जानकारी साहित्यकार विजय कुमार गुप्ता द्वारा प्रदान की गई।