November 23, 2024

आलेख

विभिन्न राज्यों, केंद्र शासित प्रदेशों एवं विदेशी जनजातीय नृत्यों ने लोगों को किया आकर्षित

तृतीय राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव के पहले दिन राजधानी रायपुर के साइंस कालेज मैदान में जबरदस्त माहौल देखने को मिला....

राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव देश और दुनिया के आदिवासियों के लिए बना अनूठा सांस्कृतिक मंच

रायपुर के साइंस कॉलेज मैदान में तीसरा राष्ट्रीय आदिवासी महोत्सव शुरू हो गया है। आज शुभारंभ सत्र के पहले दिन...

भारतीय सांस्कृतिक चेतना के मूल की पहचान है पयोधि का काव्य

- जयप्रभा भट्टाचार्य पीएचडी शोधार्थी चक्करगाँव,अंडमान कविता यथार्थ और कल्पना का अद्भुत सम्मिश्रण होती है।कवि अपने अनुभव को कल्पना-तत्व के...

एक सांस्कृतिक अभियान की रजत भूमिका

कृपाशंकर चौबे युग प्रवर्तक साहित्यकार आचार्य महावीर प्रसाद द्विवेदी की स्मृति को संरक्षित करने का अभियान 25 साल पहले द्विवेदी...

विशेष लेख : छत्तीसगढ़ी लोकनृत्य में है यहां की लोककला का प्राणतत्व

छत्तीसगढ़ी लोककला में लोकनृत्य संपूर्ण प्रमुख छत्तीसगढ़ के जनजीवन की सुन्दर झांकी है। राग-द्वेष, तनाव, पीड़ा से सैकड़ों कोस दूर...

विशेष आलेख : राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव 2022: छत्तीसगढ़ में फिर बिखरेगी आदिवासी संस्कृति की छटा 

छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ी संस्कृति सभ्यता और लोक कला को बढ़ावा देने के साथ...