कांग्रेस में रिक्त हुए एक वफादार नेता की कमी की पूर्ति कर पाना असंभव: विकास
रायपुर। विधायक विकास उपाध्याय ने अहमद पटेल के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। विकास उपाध्याय ने कहा अहमद पटेल कांग्रेस में हमेशा संगठन के आदमी माने गए और वे हमेशा सत्ता और प्रचार से खुद को दूर रखना ही पसंद किया।अहमद पटेल कांग्रेस में सबसे ताकतवर नेता में से एक थे।इसके बावजूद वे यूपीए सरकार के दौर में केंद्र सरकार में मंत्री के तौर पर शामिल नहीं हुए। उनके निधन से कांग्रेस में रिक्त हुए एक वफादार नेता की कमी की पूर्ति कर पाना असंभव है।
विकास उपाध्याय राष्ट्रीय युवक कांग्रेस में जब महासचिव हुआ करते थे, तब अन्य राज्यों के साथ-साथ गुजरात के भी वे प्रभारी थे और वहाँ की संगठनात्मक गतिविधियों की रिपोर्ट सीधे अहमद पटेल को दिया करते थे के दिनों की याद कर विकास उपाध्याय कहते हैं,जो लोग कांग्रेसी संस्कृति को समझते हैं उनकी नज़र में अहमद पटेल हमेशा एक पूँजी रहे।वे हमेशा सतर्क दिखते और व्यवहार में मिलनसार और व्यावहारिक के साथ ही उनकी छवि भी स्वच्छ थी।
विकास उपाध्याय बताते हैं,अगस्त 2017 में अहमद पटेल कांग्रेस की ओर से पांचवीं बार राज्यसभा भेजे जाने को लेकर बहुत उत्सुक नहीं थे और यह अपने आप में अनोखा था, क्योंकि कांग्रेस ने इससे पहले किसी भी नेता को पांच बार राज्य सभा नहीं भेजा था। इसके लिए भी स्वयं सोनिया गांधी ने रुचि लेकर उनको इसके लिए राजी किया। विकास आगे बताते हैं,2019 के आम चुनाव के दौरान जब राहुल गांधी की किस्मत उनका साथ नहीं दे रही थी, ऐसे समय में पार्टी कार्यकर्ताओं को एकजुट रखना और उन्हें सहायता पहुंचाने की जिम्मेदारी भी अहमद पटेल की थी।
विकास उपाध्याय उनके साथ अपने अनुभव साझा करते हुए बताते हैं,भारत के सभी राज्यों में ज़िला स्तरीय कांग्रेस कार्यकर्ताओं और जनप्रतिनिधियों में अधिकांश को अहमद पटेल व्यक्तिगत तौर पर जानते थे। वे समझदारी और गोपनीय ढंग से संसाधनों एक घंटे के अंदर पैसा, भीड़, प्राइवेट जेट और दूसरे तमाम लॉजिस्टिक भी शामिल हैं की व्यवस्था करने में माहिर थे। विकास उपाध्याय उनके निधन पर उनके परिजनों से मिल कर श्रधांजलि देंगे।