आम का अचार (कविता)
आम का अचार
नही बना इस बार
सरसों के तेल पर
मंहगाई की मार
लंबे हुए रास्ते
भारी हुए रिश्तेदार
बेशकीमती पेट्रोल- गाड़ी से
यात्रियों की करूण गुहार
खेती का दिन
दुखी किसान का परिवार
ट्रैक्टर टँकीयों पर
किसान के आंसुओं का अंबार
आम का अचार
नही बना इस बार…😢😢😢
रचनाकार-जपेश कुमार प्रधान
ग्राम-बड़ेलोरम,पोस्ट-परसवानी
जिला-महासमुन्द(छत्तीसगढ़)
मो.नं.-8319275723