November 22, 2024

कलकत्ते में कभी
जंगल भी थे
पेड़ भी थे विशाल
पौधे भी थे औषधियो के
सांप भी थे
बिच्छूभी थे
खरगोश और गिलहरी भी
विकास बाबू ने जबसे
यहाँ अनियतकालिन के
लिए धरना दिया है
बन गया साल्ट लेक
न्यू टाउन, सापूर्जी, राजारहाट
साँप और बिछुओ
को भी विकास बाबू ने
दिलवाया फ्लेट, कॉम्प्लेक्स
पेड़ पौधे आ गये
बालकनी के गमले में?

डॉ. राम प्रवेश रजक
सहायक प्राध्यापक
हिन्दी विभाग, कलकत्ता विश्वविद्यालय
कोलकाता- 73
E-mail-rajak.ram2010@gmail.com
Mob- 9800936139

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