कृष्ण है रंग में…
मनस्वी अपर्णा
कृष्ण है रंग में,रास में कृष्ण है,
कृष्ण आभास में,सांस में कृष्ण है //१//
कृष्ण में सृष्टि पूरी समाई हुई
पूरी सृष्टि की हर श्वास में कृष्ण है //२//
कृष्ण राधा में है,कृष्ण बंसी में है
कृष्ण आशा में,विश्वास में कृष्ण है //३//
कृष्ण रण में है,गोकुल में भी कृष्ण है
कृष्ण गीता में और रास में कृष्ण है //४//
कृष्ण भक्ति भी है,कृष्ण शक्ति भी है
बावरी मीरा की आस में कृष्ण है //५//
कृष्ण है सारथी,और सखा कृष्ण है
मान में,प्राण में पास में कृष्ण है //६//