नार्वे में क्रिसमस पर अटल, मालवीय और भारती याद किये गये
26 दिसंबर को शाम को ओस्लो से डिजिटल मंच पर क्रिसमस पर आयोजित अन्तर्राष्ट्रीय कवि सम्मलेन में मदन मोहन मालवीय, अटल बिहारी बाजपेयी, धर्मवीर भारती सहित अनेक लोग याद किये गये.
भारतीय-नार्वेजीय सूचना एवं सांस्कृतिक फोरम, नार्वे के अध्यक्ष सुरेशचन्द्र शुक्ल ‘शरद आलोक ने कहा कि 25 दिसम्बर को ईसामसीह के जन्म के अलावा विश्व की अनेक विभूतियों की जन्मतिथि और पुण्यतिथि है। उन्होंने कहा कि विश्वविख्यात फ़िल्मकार चार्ली चैपलीन, पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी, महामना मदनमोहन मालवीय, प्रसिद्ध संपादक और लेखक धर्मवीर भारतीय जी का जन्मदिन है।
भारतीय प्रथम गवर्नर जनरल चक्रवर्ती राजगोपाला चारी और लेखक सत्यदेव दुबे की पुण्यतिथि है। इस अवसर पर डॉ. सुधीर शर्मा जो छत्तीसगढ़ मित्र के सम्पादक हैं कार्यक्रम में उपस्तिथ थे उनका भी जन्मदिन था अतः सभी ने उन्हें जन्मदिन की बधाई दी।
दक्षिण अफ्रीका में वर्ण भेदभाव के लिए लड़ने वाले बिशप और नोबल पुरस्कार विजेता देशमाण्ड टूटू के 26 दिसंबर को निधन पर भी श्रद्धांजलि दी गयी।
क्रिसमस पर आयोजित अन्तर्राष्ट्रीय कवि सम्मेलन में मुख्य अतिथि के रूप में नार्वे से थूरस्ताइन विंगेर थे और विशिष्ट अतिथि के रूप में प्रो. आशुतोष तिवारी स्वीडेन से और प्रो. शैलेन्द्र कुमार शर्मा भारत से उपस्तिथ थे. कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ. कुँअर वीर सिंह मार्तण्ड ने की और सञ्चालन सुरेशचन्द्र शुक्ल ‘शरद आलोक’ ने किया।
अन्तर्राष्ट्रीय कवि सम्मेलन
अंतर्राष्ट्रीय कवि सम्मेलन में भारत, अमेरिका, कनाडा, स्वीडेन और नार्वे के रचनालरों ने अपनी सुमधुर कवितायें और अटल पर आधारित कवितायें और संस्मरण सुनाये जिन्हें बहुत पसंद किया गया।
जिन कवियों ने अपनी कवितायें सुनायीं उनमें प्रमुख थे: भारत से अलका कांसरा, चंडीगढ़, डॉ. सुधीर शर्मा रायपुर, लखनऊ से थीं सुषमा सौम्या, आशा सक्सेना ने विप्लव वर्मा की कविता का पाठ किया और डॉ. मंजू शुक्ल। इलाश्री जायसवाल नोएडा, मनोज कुमार मनोज मेरठ, सुवर्णा जाधव पुणे और कुंवर वीर सिंह मार्तण्ड, सम्पादक, साहित्य त्रिवेणी पाक्षिक, कोलकाता थे।
विदेशों में कनाडा से निर्मल जसवाल कनाडा, डॉ. राम बाबू गौतम और अशोक सिंह अमेरिका, स्वीडेन से सुरेश पांडेय, नार्वे से प्रोमिला देवी सुथर्शन हुईद्रोम और सुरेशचन्द्र शुक्ल ‘शरद आलोक’ थे।