November 24, 2024

शिव मेरे!!
माना तुम हो
औघड़ दानी

मैं भी गंग धार नही
न धरो मुझे सिर माथे
सिरमौर बना

न चाहा बनना कंठहार
गान से अधिक गरल स्वरूप

मैं जीवन और जह़र के मध्य
साधना चाहती हूँ
स्वर्ण मध्य
सती बनकर

साथ दो मेरा
सखा बन
दोगे नं!!!

– पूनम

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