नौकरी
“यह क्या कह रहे हो राजा, तुम नौकरी छोड़ कर क्या करोगे बेटा पागल हो गये हो क्या ?”
“हाँ पापा मुझे या रानी किसी एक को तो जाब छोड़नी ही पड़ेगी बच्चो के भविष्य का सवाल जो है ।”
“पर बेटा हमारे समाज वाले क्या कहेगे ?”
” पापा समाज वाले हमारी समस्या दूर करने भी तो नही आयेंगे रानी की जाब अच्छी है ,पैसे भी मुझसे ज्यादा कमा लेती है।”
“फिर हम दोनों अलग थोड़े है जो करेंगे सब के भले लिये ही तो करेगे।”
“हां इस बीच मैं अपने आप को समय के साथ चलने के लिये ढाल लूंगा कुछ पत्राचार से कोर्स भी करुंगा और लोगो के संपर्क में भी रहूंगा ताकि सोनम जब बड़ी हो जाय तब फिर मुझे जाब मिल जाय।”
“वाह बेटा मुझे गर्व है तुम पर “पीछे से आती हुई राजा की माँ ने कहा।”
“और हम भी तनाव मुक्त हो जायेगे बेटा ये बात तो सही है क्योंकि आज कल के जमाने को देख कर गाँव में भी सोनम ओर राहुल की चिंता लगी रहती है तूं सही कह रहा है।”
ऋचा यादव,
बिलासपुर ( छत्तीसगढ़ )