“लोकभाषा से उपजी सान्द्र संवेदना के नवगीत”
लोकप्रिय व्हाट्सएप नवगीत समूह 'संवेदनात्मक आलोक' के पाक्षिक आयोजन में इस बार- 'नवीन/पुनर्पाठ अंक'-3, के वरिष्ठ नवगीत कवि आनंद तिवारी...
लोकप्रिय व्हाट्सएप नवगीत समूह 'संवेदनात्मक आलोक' के पाक्षिक आयोजन में इस बार- 'नवीन/पुनर्पाठ अंक'-3, के वरिष्ठ नवगीत कवि आनंद तिवारी...
रेणु की चर्चित कहानी 'तीसरी कसम उर्फ़ मारे गए गुलफ़ाम' पर आधारित फ़िल्म 'तीसरी कसम'(1966) की काफ़ी चर्चा होती रही...
दोस्तों...आप सबका प्यार हमारी फिल्म लाल जोहार को मिल रहा है तो जाहिर सी बात है अच्छा लग रहा है....
अश्पृश्यता मानव समाज के लिए कलंक रही है। किसी व्यक्ति को जन्म के आधार पर हीन अथवा कमतर समझना जितना...
राजीव तनेजा व्यंग्य लेखन एक तरह से तेल से तरबतर सड़क पर नपे तुले अंदाज़ में संभली..संतुलित एवं सधी हुई...
काव्य संग्रह का नाम : शिलाएं मुस्काती हैं लेखिका : यामिनी नयन गुप्ता पब्लिशर : प्रखरगूंज पब्लिकेशन मूल्य : 195/...
पिछले तीस जून को मुक्तिबोध साहित्यिक मंच, इलाहाबाद ने वरिष्ठ आलोचक विजय बहादुर सिंह की अभी हाल ही में प्रकाशित...
मनुष्य का धरती से प्रेम आदिम काल से रहा है। कृषक जीवन में धरती से उपजा अन्न ही उसका मुख्य...
संतोष श्रीवास्तव की कतिपय लघु कथाओं से साक्षात्कार समाजशास्त्र के कई पन्नों को दृश्यात्मक बनाता है। कहीं मामूली सा जीवन...