April 19, 2025

आलेख

चम्बल की घाटी में : मुक्तिबोध

मुक्तिबोध की कविताएं गहन रूपकात्मकता में आधुनिक मनुष्य के अंतर्द्वंद्व,उसकी पीड़ा, संघर्ष को प्रकट करती हैं।उनके यहां वैचारिक अंतर्द्वंद्व अत्यधिक...

असली एंकर, नमक का दारोगा-पार्ट टू

आलोक पुराणिक बहुत बड़े कहानीकार, उपन्यास लेखक प्रेमचंद की एक क्लासिक कहानी है-नमक का दारोगा, इसमें एक ईमानदार दारोगा वंशीधर...

रामविलास शर्मा का लोकपक्ष : विष्णुचन्द्र शर्मा

डॉ रामविलास शर्मा हिंदी आलोचना के श्रेष्ठ मार्क्सवादी-लोकवादी आलोचक हैं।'लोक' की चिंता और उसका जागरण उनकी आलोचना का केंद्रीय ध्येय...

सदाबहार गीतकार याने श्री नारायण लाल परमार

【27अप्रैल नारायण लाल परमार जी की पुण्यतिथि पर विशेष आलेख】 - डॉ . बल्देव अपने भीतर एवं निहायती देहाती किस्म...

अन्तःकरण का आयतन : मुक्तिबोध

मनुष्य का अन्तःकरण उसे उचित-अनुचित के निर्णय लेने का विवेक प्रदान करता है। मुक्तिबोध अपने साहित्य में बहुत से नए...

उम्मीद बँधाता संग्रह : हमको बोलने तो दीजिए

- के० पी० अनमोल हिंदी भावधारा की ग़ज़लों के रचनाकार निरंतर अपनी विधा को समृद्ध करते जा रहे हैं। ख़ूब...