November 16, 2024

“पहाड़ पर कविता”

0

जंगल को बचाने के लिए,
पहाड़ पर कविता जाएगी,
कुल्हाड़ी की धार के लिए,
कमरे में दुआ मांगी जाएगी,
पहाड़ पर बोली लगेगी,
कविता भी नीलाम होगी,
कवियों के रुकने के लिए,
कटे पेड़ के घरौंदे बनेंगे,
उनके ब्रेकफास्ट के लिए,
सागौन के पेड़ बेचे जाएंगे,
उनके मूड बनाने के लिए,
महुआ रानी चली आयेगी,
कविता याद करने के लिए,
रात रानी बुलायी जाएगी,
कविता के प्रचार के लिए,
नगरों के टीवी खोले जाएंगे,
कवि लोग कविता में,
पेड़ बचाने की बात करेंगे,
टी वी में कविता के साथ,
कुल्हाड़ी की आवाजेंआयेंगी
दूसरे दिन मीडिया से,
जांच कमेटी खबर बनेगी,
और पहाड़ पर कविता,
बेवजह बिलखती मिलेगी,
++++++++++++++
जय प्रकाश पाण्डेय
416-एच,जय नगर, आईबीएम आफिस के पास जबलपुर 482002
मोबाइल 9977318765

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *