November 18, 2024

1 ऐसा हूँ मैं शास्त्र अनोखा ,
रुपए पैसे की नीति बनाता ।
कौटिल्य की हूँ रचना प्यारी ,
बोलो बच्चों क्या कहलाता ।।

2 कश्मीर का इतिहास है जिसमें,
ऐसी हूँ मैं पुस्तक न्यारी ।
कल्हण ने लिखा है मुझको ,
याद करे ये दुनियाँ सारी ।।

3 मेरे पास इक पुस्तक न्यारी ,
जिसको पढ़ती दुनियाँ सारी ।
विष्णु शर्मा की रचना प्यारी ,
नाम बताओ राज दुलारी ।

उत्तर 1 अर्थशास्त्र
2 राजतरंगिणी
3 पंचतंत्र

प्रस्तुत कविता मेरी मौलिक रचना है ।

. कमलेंद्र कुमार श्रीवास्तव
राव गंज कालपी ,जालौन
उत्तर प्रदेश पिन 285204
मोबाइल नंबर9451318138
ईमेल om_saksham@rediffmail.com
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