चींटियों की वापसी : अस्मिता और शोषणतंत्र
युवा उपन्यासकार किशन लाल छत्तीसगढ़ के कथा जगत में एक उभरता हुआ नाम है।वे एक नए भावभूमि और दृष्टि के...
युवा उपन्यासकार किशन लाल छत्तीसगढ़ के कथा जगत में एक उभरता हुआ नाम है।वे एक नए भावभूमि और दृष्टि के...
जनम मरण तो केवल नियति की रीत है । जिंदगी की सुख दुख तो गति की गीत है ।। धडकन...
अब नहीं मिलते शब्द जिनमें भरी हो आग या रोशनी मैं दीवानाबार टकराती हूं सिर उस आसमान से जिसके पास...
आज से करीब बीस वर्ष पहले लिखी एक कहानी वे सिर्फ़ मेरे एक अकेले के मामा नहीं थे, बल्कि हमारे...
मत लिखो - अगर फूट के ना निकले बिना किसी वज्ह के मत लिखो। अगर बिना पूछे-बताए ना बरस पड़े,...
25 अक्टूबर 2021 को दाऊ रामचंद्र देशमुख जी की 105 वीं जयन्ती पर सेमिनार हॉल, मानव विज्ञान विभाग, पं. रविशंकर...
भारतीय संस्कृति अध्यात्म प्रधान संस्कृति है। भारत की मिट्टी के कण कण में उत्सवधर्मिता की प्रतिध्वनियां हैं, जिनसे राष्ट्रीय एकता,...
सत्य पर विजय पाकर यारों विसर्जन कर आया हूँ बनवास। मुक्त करके और मुक्त होकर आया हूँ अपना घर निवास...
- जय प्रकाश पाण्डेय दस दस घरों के पांच टोले मिलाकर बना है कसवां गांव। गांव के एक टोले के...