बच के रहना
बच के रहना…
कोई गाँव हो या शहर बच के रहना
हवा में घुला है ज़हर बच के रहना
दिखाई न देती मगर जानलेवा
न जाने है कैसी लहर बच के रहना
यकायक कहाँ कब मुसीबत ये आए
हमीं पर ही टूटे कहर बच के रहना
संभल के रहो ज़िंदगी है ये अपनी
लगे न किसी की नज़र बच के रहना
यहाँ से वहाँ तक ठगों का है डेरा
चलेंगे वे चालें मगर बच के रहना
गिरीश पंकज