तीन दशकों का साथ छूट गया…..
डॉ. अनिल चौबे जी के आकस्मिक निधन के समाचार से स्तब्ध हूँ…उनसे तीन दशकों का साथ छूट गया!जब वे वर्ष 1994 में मध्यप्रदेश शासन, उच्च शिक्षा विभाग में उप सचिव थे तब विभाग के ही उप सचिव प्रोफेसर आई. एएम. एन. गोयल सर ने वर्ष 1994 में मुझे O.S.D. के रूप मे उनके अधीन कार्य का आदेश देते हुये पहली बार वल्लभ भवन, भोपाल में उनसे परिचय कराया था!मैं भोपाल वर्ष 2008 तक पदस्थ था इस अवधि में डॉ. चौबे जी के साथ मध्यप्रदेश शासन, उच्च शिक्षा विभाग में प्रशासनिक कार्यों के अतिरिक्त खेल एवं युवा कल्याण, प्रथम राष्ट्रीय युवा उत्सव, राज्य युवा उत्सव,चिंतन शिविर (पचमढ़ी),युवा नीति, N.C.C. राष्ट्रीय सेवा योजना आदि अनेक कार्यों में 14 वर्षों (वर्ष 1994 से 2008 तक) तक उनके अधीन काम करने का अवसर मिला!डॉ. चौबे जी मध्यप्रदेश शासन, उच्च शिक्षा विभाग में न्यायालयीन प्रकरणों को समाधान करने में विशेषज्ञ माने जाते थे, वे लम्बे समय तक हाई कोर्ट, जबलपुर में विभाग के प्रभारी अधिकारी थे!तत्कालीन समय में हमारे विभाग के जितने भी प्रमुख सचिव, आयुक्त हुये उनके चहेते थे!डॉ. अनिल चौबे जी पंडित माखन लाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय, भोपाल में कुलसचिव के साथ मध्यप्रदेश के अनेक विश्वविद्यालयों में अधिष्ठाता, छात्र कल्याण थे!वे तत्कालीन उच्च शिक्षा मंत्री माननीय श्री मुकेश नायक जी एवं मानवीय श्री रवीन्द्र चौबे जी के O.S.D. थे! डॉ. चौबे जी सेवानिवृत के पश्चात रायपुर में निवास करते थे!सेवानिवृत्त के बाद फिल्म समीक्षक, अध्येता के रूप में देश 125 विश्वविद्यालयों, किशोर कुमार स्मृति संस्थान, इंदौर, भोपाल, मुंबई एवं अन्य शहरों में उन्हें आमंत्रित किया गया!वे विश्वविद्यालय अनुदान आयोग, दिल्ली के विषय विशेषज्ञ के रूप में देश के अनेक विश्वविद्यालयों में आमंत्रित किये जाते थे!मार्च 2021 में उनके निवास में अंतिम लम्बी मुलाकात हुई थी…….उनसे हर मुलाकात घण्टों की होती थी ,अस्वस्थता के समय भी मुंबई से उनसे 2- 3 बार बात हुई थी!उनके बारे जितना भी लिखा जाये कम है…..मेरा उनसे तीन दशकों का साथ छूट गया……उन्हें मेरी तरफ से अश्रु पूरित श्रद्धांजलि!!!!ईश्वर से प्रार्थना है कि उन्हें अपने चरणों में स्थान दे तथा उनके परिवार को इस दुःख की घड़ी को सहने की शक्ति प्रदान करे– डॉ. आलोक शुक्ला, रायपुर!