November 18, 2024

राहुल शिवाय की ग़ज़लें

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1.

मैं हूँ बस एक इन्सां, इन्सां ही समझा जाये यक्ष
मुझको न कोई मज़हब या ज़ात ही बताये

हम आइने को उसकी कह दें न क्यों हक़ीक़त
कब तक रिवायतों को क्यों कोई सहता जाये

है ज़िन्दगी में जिसकी मजबूरी एक रोज़ा
वो चाह के भी कैसे फिर ईद को मनाए

बस, एक शख़्स को ही पाने की जुस्तजू थी
उसकी ख़ुशी की ख़ातिर उसको ही हार आए

सबने मेरी ग़ज़ल में अपने ही ग़म को देखा
कोई तो हो जो मेरे ग़म को भी देख पाये

इतने तो कोई गुरु भी सिखला नहीं सकेगा
जितने विरोधियों ने ‘राहुल’ को गुर सिखाए

2.

जब गये तुम ज़िन्दगी दु:खों का दौना हो गया
ख़ारों से लिपटा हुआ मेरा बिछौना हो गया

आयेंगे शे’रों में मेरे कैसे क़िस्से प्यार के
मुल्क का माहौल जब इतना घिनौना हो गया

कल तलक जिनके इरादे थे हिमालय के समान
आज उनका हौसला किस तरह बौना हो गया

बोलते हैं सिर्फ़ हम सब, क्यों जतन करते नहीं
ये न सोचो, सोचते ही झट-से गौना हो गया

अब समझ आयी बड़ों की बेबसी उस रोज़ की
कल कहाँ था सोचता, महँगा खिलौना हो गया

3.

आदमी का जब सफ़र तनहा हुआ है
रास्ता उसके लिए लम्बा हुआ है

खेलता है वो मेरे जज़्बात से अब
दिल मेरा उसके लिए ‘कोठा’ हुआ है

यह ज़रूरी तो नहीं मैला ही होगा
कीच के जो गर्भ से पैदा हुआ है

अब कहाँ सरकार आएगी दुबारा
क्रोध जन का फूटकर लावा हुआ है

वो वसूलेंगे फिरौती मौत से भी
याद में औरों की जो ज़िन्दा हुआ है

राहुल शिवाय

जन्म: 01 मार्च 1993

जन्मस्थान: बेगूसराय, बिहार

शिक्षा: स्नातक ; अभियांत्रिकी और हिंदी

सम्प्रति: उपनिदेशक कविता कोश

प्रकाशित कृतियां:

हिंदी- स्वाति बूंद (कविता संग्रह), मेवाड़ केसरी (प्रबंध काव्य), बच्चों का बसंत (बाल कविताएँ), शब्द-शब्द से प्यार किया (कविता, गीत, ग़ज़ल संग्रह), तप रहे हैं शब्द मन के (नवगीत संग्रह), आँसू मेरे मधुमास तुम्हारे (कविता संग्रह), एक कटोरी धूप (दोहा संग्रह), मौन भी अपराध है (नवगीत संग्रह)

अंगिका- संवेदना (कविता संग्रह), अंगिका दोहा शतक (दोहा संग्रह), मांटी हिन्दुस्तान के (देशभक्ति गीत) रितु-रास (रितु गीत), भर-भर हाथ सरंग (नवगीत संग्रह)।

सम्पादित कृतियां: स्वर धारा (कविता संग्रह), दोहा एकादशी (दोहा संग्रह), कविता के नवरत्न (कविता संग्रह), गुनगुनाएँ गीत फिर से (गीत संग्रह), दोहा दर्शन (दोहा संग्रह), गुनगुनाएँ गीत फिर से-2 (गीत संग्रह), दोहा मंथन (दोहा संग्रह), नयी सदी के नये (गीत-नवगीत संग्रह), गुनगुनाएँ गीत फिर से-3 (गीत संग्रह), कविता के दरवेशः दरवेश भारती।

पुरस्कार एवं सम्मान: देश भर की विभिन्न संस्थाओं
के द्वारा सम्मानित।

ईमेल: rahulshivay@gmail.com

पता: सरस्वती निवास, चट्टी रोड, रतनपुर, बेगूसराय,
बिहार-851101

मो: 8240297052, 8295409649

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