आशा, उम्मीद और सौन्दर्य की कविताएँ: जीवन जिस धरती का
विद्वान न होने के अपने ही सुख हैं। जो विद्वान मान लिए जाते हैं वे शायद साधारण चीजों को स्वीकारने...
विद्वान न होने के अपने ही सुख हैं। जो विद्वान मान लिए जाते हैं वे शायद साधारण चीजों को स्वीकारने...
अमिताभ बच्चन नाम सुनते ही बरबस एक बार तथाकथित महानायक का चित्र उभर आता है । परन्तु हिन्दी जगत में...
इस समय तो तुम्हारी बहुत ज़रूरत थी तुम्हारे हौसले की ज़िंदा मिसाल की तपिश हमारी कमज़ोरियों को ताक़त में बदलती...
कविता लिखने के लिए, आज छुट्टी ले ली है, दिन भर बिस्तर पर, कविता - अविता चली, बिस्तर में लेटकर,...
पाँच ही दिन हुए थे रेवती को अपनी ससुराल पचेड़ा आये। देह से हल्दी का पीलापन भी नहीं गया था।...
मृत्यु जब मेरे सिरहाने खड़ी होगी... जब किसी दिन मृत्यु मेरे सिरहाने खड़ी होगी मुझे वास्तव में डरा रही होगी...
-डॉ. महेन्द्रकुमार जैन ‘मनुज’, इन्दौर जैन धर्म की मुख्य दो धाराएँ हैं- एक दिगम्बर जैन और दूसरे श्वेताम्बर जैन। दिगम्बर,...
चारों ओर सन्नाटा पसरा और अंधियारी छाई है, क्रूर कोरोना ने मेरे भैया अपनी धूम मचाई है । और उग्र...
मिला मानव जीवन सबको, नेक कर्म में सभी लगाएं।। त्याग मोह माया, द्वेष भाव, प्रभु भक्ति में रम जाएं।। मंदिर...