April 17, 2025

आलेख

फ़लस्तीनी पहचान और महात्मा गाँधी

मैं सलमान रूश्दी की किताब 'इमेजनरी होमलैंड्स' में एडवर्ड सईद से उनकी एक बातचीत पढ़ रहा था। सलमान इस्लाम के...

मीता दास की कविताएं – अपने समय का बेहतर मूल्यांकन

लेखक- इन्द्रा राठौर नई सदी की हिंदी कविता में 'स्त्री कविता' अपने पीले पड़ चुके रूदाली चेहरे के बनिस्बत और...

साहित्य जगत को लगने वाले आघातों का यह सिलसिला न जाने कब खत्म होगा !

अभी फेसबुक खोली तो तेजेन्द्र शर्मा जी की पोस्ट सामने आई और समाचार था -आधारशिला पत्रिका के संपादक दिवाकर भट्ट...

कर्णन : दलित प्रतिरोध की अद्भुत प्रस्तुति

पीयूष कुमार कल ही इस तमिल फ़िल्म के बारे में चर्चा सुनी और पाया कि अमेजन प्राइम में यह देखी...

ईद पर माधुरी कर का विशेष लेख

ईश्वर अल्लाह तेरो¨ नामसबको सन्मति दे भगवान मेरी जिंदगी मुझसे हिसाब मांगे, खुदा की दी यह अमानत पल-पल का खिताब...

सिनेमा, क्रिकेट और राजनीति पर पैनी दृष्टि

मित्रों,एक बात मेरी समझ में कभी नहीं आई किये फिल्म अभिनेता (या अभिनेत्री) ऐसा क्या करते हैं कि इनको एक...

जुझारू योद्धा पत्रकार थे पटेरिया

स्मृति शेष / श्री शिवअनुराग पटेरिया आंचलिक पत्रकारिता के जुझारू हस्ताक्षर विजयदत्त श्रीधर उन्नीस सौ अस्सी के दशक की शुरुआत...