लघुकथा-चौथा बंदर
सन् 1947 के आसपास की बात है, गांधी जी के तीन बंदर देखकर लोग पूछने लगे थे- अभी तक ये बंदर तीन ही है। चैथा कब आयेगा ? गांधी जी यह प्रश्न सुनकर उदास हो जाते।
उन्हीं दिनों ‘मैं बताऊं’ टाइप एक सज्जन आगे आये और बोले, अभी सत्ता हम लोगों के पास आई ही है, शीघ्र ही आदमी की शक्ल में चैथा बंदर दिखाई देने लगेगा।
प्रश्न आया कि इनमें से एक ने अपनी आंखों पर हाथ रख रखा है और कहता है-बुरा मत देखो। दूसरे ने मुंह पर और कहता- बुरा मत बोलो। इसी प्रकार तीसरा कानों पर हाथ रखकर कहता है-बुरा मत सुनो। चैथा बंदर क्या कहेगा?
चैथा बंदर राजनीति वाला होगा। कभी सत्ता पक्ष में तो कभी असत्ता पक्ष में होगा। पहले वाले तीनों बंदरों को कहेगा- यह क्या कर रखा तुमने? यह तो अनेकता है,एकता दिखाओ। तीनों ही एक साथ अपना मुंह बंद करलो,तीनों ही आंखें बंद कर लो और कानों में ऊंगलियां डाल लो। वह उनके मंुह,कान,आंख पर वायदों, आश्वासन,कानून, परंपरा,रिवाज और लच्छेदार भाषणों की टेप भी चिपका देगा। उन्हें खतरनाक पांचवे बंदर के आने की आशंका से डराता भी रहेगा।
इनके बाद उन्हें जनता की तरफ धकेल देगा और खुद चैथा बंदर समस्त सुखों का उपभोग करेगा।
चैथा बंदर
सन् 1947 के आसपास की बात है, गांधी जी के तीन बंदर देखकर लोग पूछने लगे थे- अभी तक ये बंदर तीन ही है। चैथा कब आयेगा ? गांधी जी यह प्रश्न सुनकर उदास हो जाते।
उन्हीं दिनों ‘मैं बताऊं’ टाइप एक सज्जन आगे आये और बोले, अभी सत्ता हम लोगों के पास आई ही है, शीघ्र ही आदमी की शक्ल में चैथा बंदर दिखाई देने लगेगा।
प्रश्न आया कि इनमें से एक ने अपन आंखों पर हाथ रख रखा है और कहता है-बुरा मत देखो। दूसरे ने मुंह पर और कहता- बुरा मत बोलो। इसी प्रकार तीसरा कानों पर हाथ रखकर कहता है-बुरा मत सुनो। चैथा बंदर क्या कहेगा?
चैथा बंदर राजनीति वाला होगा। कभी सत्ता पक्ष में तो कभी असत्ता पक्ष में होगा। पहले वाले तीनों बंदरों को कहेगा- यह क्या कर रखा तुमने? यह तो अनेकता है,एकता दिखाओ। तीनों ही एक साथ अपना मुंह बंद करलो,तीनों ही आंखें बंद कर लो और कानों में ऊंगलियां डाल लो। वह उनके मंुह,कान,आंख पर वायदों, आश्वासन,कानून, परंपरा,रिवाज और लच्छेदार भाषणों की टेप भी चिपका देगा। उन्हें खतरनाक पांचवे बंदर के आने की आशंका से डराता भी रहेगा।
इनके बाद उन्हें जनता की तरफ धकेल देगा और खुद चैथा बंदर समस्त सुखों का उपभोग करेगा।
(गोविन्द शर्मा)
ग्रामोत्थान विद्यापीठ, संगरिया – 335063
जिला हनुमानगढ़ (राजस्थान)
मोबाइल नं. – 9414482280
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