May 19, 2025

साहित्य

लोक का प्रतिबिंब-” सुरति अउ सुरता”

वीरेन्द्र सरल लोक साहित्य , लोक जीवन के अनुभवों का निचोड़ होता है। जिसके आलोक में हम अपने वर्तमान को...

ग़ज़ल की चौखट पर एक नयी दस्तक

यह दस्तक दी है कवि/शायर अशोक कुमार 'नीरद' के हाल ही में प्रकाशित ग़ज़ल संग्रह "अंकुर बोलते हैं" ने। यह...

लोक साहित्य सनातन काल से समाज के वंचित लोगों की आवाज है!

लोक साहित्य का पिछले 200 सालों में जो सृजन हुआ या कबीर, सूर, मीरा, तुलसी आदि का जो लोक साहित्य...

सुरता : : ललित पटेल के ( अंचल के साहित्यकारों में ललित पटेल का स्थान महत्वपूर्ण)

"लड़- लड़ के मर जाहूं संग तोरे , रोबे झन ते हांस देबे । सुरता ला तै छांट देबे ,...

“भिलाई की कवयित्री, गायिका, लेखिका, रंगकर्मी श्रीमती संतोष झाँझी जी को जन्म दिन की अशेष शुभकामनाएँ

जिन्हें "मैं-मैं-मैं-मैं" का राग अलापना नहीं आता और जो अपने आपको जतलाना नहीं जानते, समय के साथ वे सामान्यतः हाशिये...

पुरुषोत्तम अग्रवाल को नामवरसिंह सम्मान

आज बेगूसराय, बिहार में, विप्लवी पुस्तकालय द्वारा पुरुषोत्तम अग्रवाल को नामवरसिंह सम्मान दिया जा रहा है। यह सम्मान हमारे लिए...

छत्तीसगढ़ को ज्ञानपीठ अर्थात् … उस ओझल होती मनुष्यता का सम्मान

है - जिसमें "हताशा से बैठ गए व्यक्ति" को पहचान कर "हाथ बढ़ाने वाली करुणा" भीगी दिखाई पड़ती है। "नमस्कार...

तुलसीदास का स्वप्न और आधुनिक भारत की विडंबना

भारत वार्ता के फरवरी अंक में भी पढ़िए - भक्ति आंदोलन की परवर्ती सगुण काव्यधारा की रामभक्ति शाखा के प्रतिनिधि...