झड़प (लघु कथा)
थियेटर का आखिरी शो होते होते आस पास एक स्तब्ध सा अंधेरा फैल रहा था। दर्शकों का समूह कच्चे रास्तों...
थियेटर का आखिरी शो होते होते आस पास एक स्तब्ध सा अंधेरा फैल रहा था। दर्शकों का समूह कच्चे रास्तों...
अदाएँ तुम बना लेना इशारे मैं बनाऊँगा तुम्हारे फूल-जज़्बों को शरारे मैं बनाऊँगा तुम्हारा साथ शामिल है तो फिर तुम...
-श्रवण गर्ग राष्ट्रपिता की एक बार फिर हत्या की जा रही है। पहले उनके शरीर का नाश किया गया। फिर...
डॉ. त्रिभुवन राय 'पहला गिरमिटिया' न जीवनी है, न आत्मकथा। वह कोई शोधग्रंथ भी नहीं है और न ही इतिहास...
लेखक गिरिराज किशोर ° प्रकाशक भारतीय ज्ञानपीठ १८ इंडस्टि्रयल एरिया, लोदी रोड नयी दिल्ली ११०००३ ° पृष्ठ ९०३ ° मूल्य...
भरत मुनि का नाट्य शास्त्र भारत की कला चेतना और चिंतन की गंगोत्री है. पिछले दो हजार बरसों में इसने...
ऊबड़ खाबड़ रास्तों पर चलते हुए पिछली स्मृतियां रह रह कर आंखो के सामने आती जा रही थी। कई साल...
ट्राम हमारे लिए उतने ही ज़रूरी थे जितना ज़रूरी था हमारे लिए राशन, ट्राम के बिना जीवन की कल्पना की...
(आजादी के तुरंत बाद की रचना) कवित्त (1) श्रम का सूरज उगा, बीती विकराल रात, भागा घोर तम, भोर हो...
सुरता सुशील यदु : छत्तीसगढ़ की उर्वरा माटी ने अनेक काव्य-रत्नों को जन्म दिया है। अस्सी के दशक में छत्तीसगढ़ी...