जानवर / एनिमल के बहाने
दबंग फ़िल्म का एक बहुत ही चर्चित डायलॉग है "प्यार से दे रहा हूँ रख लो, थप्पड़ मारकर भी दे...
दबंग फ़िल्म का एक बहुत ही चर्चित डायलॉग है "प्यार से दे रहा हूँ रख लो, थप्पड़ मारकर भी दे...
वीरेन्द्र ' सरल ' ठहाकों के शहंशाह लेख का यह शीर्षक पढ़ने से शायद आपको यह लगे कि किसी कॉमेडी...
प्रभाष जोशी जी आज होते तो 85 वें वर्ष में प्रवेश कर रहे होते। 11 बरस हो गए आज ही...
- दिवाकर मुक्तिबोध थोड़ा बड़ा हुआ तो कुछ समझ भी बढी। लेकिन बचपना फिर भी था। पूरी बेफिक्री थी। मैं...
बस्तर अपने दुर्गम भौगोलिक स्थिति और आदिम जनजातीय संस्कृति के कारण बीसवीं शताब्दी के पूर्वार्ध में मानवशास्त्रियों के आकर्षण और...
समय के अश्व (कविता संग्रह) कवयित्री - प्रियंवदा पांडेय प्रकाशक - नोशन प्रेस चैन्नई प्रथम संस्करण -2023 मूल्य - 300...
"कवि सम्मेलन के मंच केवल हाँसी ठिठोली बर नइ होवय, मंच के माध्यम ले कवि संदेश देथे समाज ला अउ...
पत्रकारिता और साहित्य कभी समाज के दो पलड़े रहे होंगे। जो भी पत्रकार होता था कमोवेश सहित्य में भी दखल...
एक प्रेस विज्ञप्ति में पुरस्कार की घोषणा करते हुए संस्था की संस्थापक अध्यक्ष संतोष श्रीवास्तव ने कहा हेमंत फाउंडेशन (पंजीकृत)...
1947 में बीकानेर राजस्थान में जन्मीं रेशमा ने बेहद कम उम्र से गाना शुरू कर दिया था। जब वह 12...