April 20, 2025

आलेख

विशेष लेख  : सप्रे जी के समय राष्ट्रीय स्तर पर पहचान था गौरेला-पेन्ड्रा का

गौरेला-पेन्ड्रा की पहचान गुरूदेव रवीन्द्र नाथ टैगोर और श्री माधवराव सप्रेजी के समय राष्ट्रीय स्तर पर थी। सौ साल पहले...

सैलानियों का पसंदीदा हिल स्टेशन बनता मैनपाट

प्राकृतिक सौंदर्य व अनूठे संस्कृति का संगम मैनपाट समुद्र तल से करीब 1085 मीटर की ऊंचाई पर स्थित तथा विलग...

कारीगर के हाथ सोने के नहीं होते

कमलेश्वर साहू समकालीन कविता में जाना-पहचाना नाम है। विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में उनकी रचनाएं प्रकाशित होती रहती है।अभी तक उनके पांच...

अंतर्राष्ट्रीय पर्यटन मानचित्र पर छत्तीसगढ़ का सिरपुर ऐतिहासिक एवं पुरातात्विक महत्ता के कारण है आकर्षण का केंद्र

सिरपुर छत्तीसगढ़ के महासमुंद जिले में महानदी के तट स्थित एक पुरातात्विक स्थल है। इस स्थान का प्राचीन नाम श्रीपुर...

भूले बिसरे साहित्यकारों की याद में होंगे अनेक कार्यक्रम

रायपुर/छत्तीसगढ़ के साहित्य व संस्कृति के छेत्र में योगदान देने वाले विस्मृत विभूतियो को याद कर सम्मानित करने का बीड़ा...

आज के अतीत : सहजता का सौंदर्य

भीष्म साहनी जी बीसवीं शताब्दी के हिंदी के महत्वपूर्ण कथाकार और उपन्यासकार हैं. उनकी कहानियां, उपन्यास और नाटक अपने समय...

फ़िल्म ‘स्वामी’ : बासु चटर्जी (1977)

मनुष्य का जीवन द्वंद्वों से घिरा होता है।इन द्वंद्वों से मुक्ति बहुधा आसान नहीं होतीं। हमारे बहुत से निर्णय परिस्थिति...

हिन्दी की पिता पर केंद्रित एक कविता अंग्रेजी अनुवाद सहित

पिता का अस्तित्व ---उषा किरण,लब्धप्रतिष्ठ एवं ख्याति प्राप्त कवयित्री।पत्र-पत्रिकाओं में नियमित रचनाएँ प्रकाशित।पटना, बिहार। हर दिन उबड़खाबड़ पगडंडी पर दौड़ती-...

तुलसीदास फिर बहुत ज्यादा चर्चा में……

इन दिनों तुलसीदास फिर बहुत ज्यादा चर्चा में हैं। वैसे जब वे चर्चा में नहीं रहते तब भी लोकजीवन में...