April 20, 2025

आलेख

आलोचना का लोकधर्म : आलोचना की लोकदृष्टि

बहुआयामी व्यक्तित्व के धनी शाकिर अली जी कवि, आलोचक, एक्टिविस्ट कई रूपों में दिखाई देते हैं। लेकिन इन सब मे...

प्रेमचंद की स्मृति में : कहानी क्या होती है ?

- शैलेन्द्र चौहान हिन्दी के लेखकों में प्रेमचंद पहले व्यक्ति हैं जिन्होंने अपने लेखों में कहानी के सम्बंध में अपने...

जयप्रकाश चौकसे – एक खाकसार

लेखक, कवि, साहित्यकार, कहानीकार, पत्रकार औऱ पिछले 27बर्षो से दैनिक भास्कर न्यूज पेपर के अनवरत प्रकाशित स्तम्भ 'पर्दे के पीछे...

समय का नेपथ्य
भला जंग भी कभी मुकम्मल होती है ?

समय का नेपथ्य भला जंग भी कभी मुकम्मल होती है ? (क्या इस युद्ध में अशोक की तरह पश्चाताप की...

कटंगी के पुरावशेष : भोरमदेव क्षेत्र

भोरमदेव के फणिनागवंशियो के साक्ष्य मुख्यतः मैकल श्रेणी के समानांतर मिलते हैं। यह आश्चर्यजनक भी है कि मैदानों को छोड़कर...

सहसपुर मूर्ति अभिलेख संवत 934(1182 ई.): भोरमदेव क्षेत्र

भोरमदेव क्षेत्र में फणिनागवंशी कालीन पुरातत्विक अवशेष दूर-दूर तक बिखरे हुए हैं। ये अवशेष मुख्यतः मैकल श्रेणी के समानांतर पर्वतीय...

स्त्री की विडम्बना और अस्मिता का द्वंद्व

समकालीन कथा साहित्य में स्त्री स्वर अपनी मुखरता के साथ उपस्थित है। अब वे अपने जिये और देखे जिंदगी को...

आसिफ इक़बाल की कलम से : हमर छत्तीसगढ

'हमर छत्तीसगढ़' अनादि काल से 'धान का कटोरा' के नाम से जाना जाता है यानी छत्तीसगढ़ का पूरा राज्य धान(चांवल)...