भरत मुनि का नाट्य शास्त्र भारत की कला चेतना और चिंतन की गंगोत्री है
भरत मुनि का नाट्य शास्त्र भारत की कला चेतना और चिंतन की गंगोत्री है. पिछले दो हजार बरसों में इसने...
भरत मुनि का नाट्य शास्त्र भारत की कला चेतना और चिंतन की गंगोत्री है. पिछले दो हजार बरसों में इसने...
ऊबड़ खाबड़ रास्तों पर चलते हुए पिछली स्मृतियां रह रह कर आंखो के सामने आती जा रही थी। कई साल...
ट्राम हमारे लिए उतने ही ज़रूरी थे जितना ज़रूरी था हमारे लिए राशन, ट्राम के बिना जीवन की कल्पना की...
(आजादी के तुरंत बाद की रचना) कवित्त (1) श्रम का सूरज उगा, बीती विकराल रात, भागा घोर तम, भोर हो...
सुरता सुशील यदु : छत्तीसगढ़ की उर्वरा माटी ने अनेक काव्य-रत्नों को जन्म दिया है। अस्सी के दशक में छत्तीसगढ़ी...
इंसानों की बात की जाए तो दुनिया में कितने ही ऐसे इंसान होते हैं जो बेहद संवेदनशील होते हैं और...
रामा ने एक बड़ा भोज रखा है। आज उसके बाबूजी का श्राद्ध है। बाबूजी फारेस्ट में रेंजर थे। जिंदगी भर...
【30सितंबर जयंती विशेष】 बसन्त राघव पंडित मुकुटधर पाण्डेय जी स्वयं में साहित्य - तीर्थ थे , उनके दर्शनों का लाभ...
बुद्धादित्य मुखर्जी इस शताब्दी के सबसे बड़े सितार वादक हैं ऐसा कुछ समय पहले विख्यात वीणा वादक बालाचंदर जी ने...