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मनोज शाह ‘मानस’ की तीन ग़ज़लें
"कब तक इन बेड़ियों में..." सजती नहीं है दुल्हन अब डोलियों में । अब वो दम नहीं शिकारियों के गोलियों...
“दूसर पुण्यतिथि मा विनम्र श्रद्धांजलि”
सुरता - श्री रघुवीर अग्रवाल "पथिक" पथिक जी के जनम जन्म 4 अगस्त 1937 के ग्राम मोहबट्टा मा होइस। इनकर...
प्रथम चाक कविता सम्मान शिवप्रसाद जोशी को
मुजफ्फरनगर। 2021 का श्री सोहनवीर सिंह प्रजापति स्मृति ‘चाक कविता सम्मान’ कवि श्री शिवप्रसाद जोशी को दिये जाने की घोषणा...
‘ताई’ तुम भी चली गई
इस समय तो तुम्हारी बहुत ज़रूरत थी तुम्हारे हौसले की ज़िंदा मिसाल की तपिश हमारी कमज़ोरियों को ताक़त में बदलती...
” नव वर्ष की आहट…”
वो गुजर गई दिसंबर की तरह , मैं ठहर गया जनवरी की तरह । फासले तो इतने भी न थे...