कविता साहित्य बतर्ज फिल्म दीवार.. Chhattisgarh Mitra April 6, 2024 0 एक धंधेबाज नकली कवि ने असली कवि से कहा.. मेरे पास बड़े बड़े मंच हैं हजारों की भीड़़ है.. भीड़़ की तालियां हैं.. मोटे मोटे लिफाफे हैं.. टीवी चैनल हैं.. दौलत है, शोहरत है.. तुम्हारे पास क्या है..! असली कवि ने कहा.. ” मेरे पास कविता है.. !! ” ( लक्ष्मी शंकर वाजपेयी ) Continue Reading Previous ओळूंNext १९५६ का हिंदी कहानी साहित्य More Stories आलेख साहित्य विशेष लेख : छत्तीसगढ़ वन विभाग द्वारा देवगुड़ी स्थलों के संरक्षण और संवर्धन से सांस्कृतिक धरोहर की हो रही है पुनर्स्थापना Chhattisgarh Mitra November 17, 2024 0 कविता साहित्य आज कविता का मन है… Chhattisgarh Mitra November 17, 2024 0 कविता साहित्य ग़ज़ल Chhattisgarh Mitra November 17, 2024 0 Leave a Reply Cancel replyYour email address will not be published. Required fields are marked *Comment * Name * Email * Website Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment.