April 21, 2025

साहित्य

भूले बिसरे साहित्यकारों की याद में होंगे अनेक कार्यक्रम

रायपुर/छत्तीसगढ़ के साहित्य व संस्कृति के छेत्र में योगदान देने वाले विस्मृत विभूतियो को याद कर सम्मानित करने का बीड़ा...

आज के अतीत : सहजता का सौंदर्य

भीष्म साहनी जी बीसवीं शताब्दी के हिंदी के महत्वपूर्ण कथाकार और उपन्यासकार हैं. उनकी कहानियां, उपन्यास और नाटक अपने समय...

फ़िल्म ‘स्वामी’ : बासु चटर्जी (1977)

मनुष्य का जीवन द्वंद्वों से घिरा होता है।इन द्वंद्वों से मुक्ति बहुधा आसान नहीं होतीं। हमारे बहुत से निर्णय परिस्थिति...

“पच्चीकारियों के दरकते अक्स” उपन्यास का लोकार्पण

मुंबई विश्वविद्यालय की शोध पत्रिका 'शोधावरी' के मंच के सौजन्य से प्रधान संपादक डॉ. हूबनाथ पांडेय द्वारा "पच्चीकारियों के दरकते...

हिन्दी की पिता पर केंद्रित एक कविता अंग्रेजी अनुवाद सहित

पिता का अस्तित्व ---उषा किरण,लब्धप्रतिष्ठ एवं ख्याति प्राप्त कवयित्री।पत्र-पत्रिकाओं में नियमित रचनाएँ प्रकाशित।पटना, बिहार। हर दिन उबड़खाबड़ पगडंडी पर दौड़ती-...

तुलसीदास फिर बहुत ज्यादा चर्चा में……

इन दिनों तुलसीदास फिर बहुत ज्यादा चर्चा में हैं। वैसे जब वे चर्चा में नहीं रहते तब भी लोकजीवन में...

छत्तीसगढ़ की सबसे ऊंची चोटी से अब पर्यटकों को मिलेगा प्रकृति का प्यार

छत्तीसगढ़ के उत्तरी छोर पर स्थित सबसे ऊंची चोटी गौरलाटा पर्यटन के लिहाज से अविश्वसनीय स्थान है। स्थानीय स्तर पर...

दाऊ रामचन्द्र देशमुख: कुछ अनछुए आत्मीय प्रसंग

आम तौर पर किसी रचनाकार या सृजनशील व्यक्ति के बारे में जब सोचा जाता है तब यह मान लिया जाता...

भूपेन हज़ारिका याद हैं? जिन्होंने हुंकार लगाई थी

रुचिर गर्ग " ओ गंगा तुम ओ गंगा बहती हो क्यूं ? " पूरा सुनिए, फिर से सुनिए,फिर फिर सुनिए।...