April 16, 2025

कविता

नवगीत -शब्दों के व्यापारी

कविता में भी घुसे हुए हैंशब्दों के व्यापारीचला रहे हैं खाल ओढ़करअपनी दुकानदारी संपादक हैं ,आयोजक हैंइनमें हैं कुछ नेताढूँढा...

सुनीता काम्बोज की दो व्यंग्य कविताएं

जन्म : ब्याना, करनाल (हरियाणा )विधा : छन्द, ग़ज़ल, गीत, बालगीत, भजन, हाइकु, सेदोका, चोका, क्षणिका, आलेख, समीक्षा, व्यंग्य एवं...