April 20, 2025

Year: 2022

जबलपुर की गुमनाम फिल्मी-हस्ती..

4 अप्रेल 1904 में जबलपुर,मध्य प्रदेश के एक पठान परिवार में जन्मे याक़ूब महबूब ख़ान, जिन्हें याक़ूब के नाम से...

कहानी : सी.एच.बी. इंटरव्यू

राम विज्ञापन आया है, सहायक प्राध्यापक पद हेतु विकास ने कहा। पद पर्मानेंट है या काॅन्ट्रैक्ट बेसिस पर राम ने...

कहानी : दलाल

विश्वजीत:" कल्याण पढ़ाई महत्वपूर्ण है ज़िंदगी में।" कल्याण:" हां। सही है विश्वजीत तुम्हारा। लेकिन परिस्थिति पढ़ाई करने जैसी नहीं है।...

डॉ. प्रेमकुमार पाण्डेय की कविताएं

सबने फूल -फूल चुन लिए,मैं कांटे उठा लाया। सब फूल झड़ गए,कांटों से कांटे निकालता रहा।। उनकी मुट्ठी में चांद...

फ़िल्म काबुलीवाला : बिमल राय, हेमेन गुप्ता(1961)

प्रेम और सम्वेदना मनुष्य की सहजवृत्ति हैं। हमारा संवेदनात्मक लगाव केवल 'अपनों' से नहीं अपितु 'दूसरों' से भी हो सकता...

लछमनिया का चूल्हा:अस्मिता और अधिकार की चिंता

समकालीन राजनीति और साहित्य में आदिवासी स्वर तीव्रता से उभर कर आया है; जो स्वाभाविक है. एक लंबे समय तक...

चार सौ वर्ष प्राचीन अप्रकाशित पाण्डुलिपि : रामहनु कथा रास

-डाॅ. महेन्द्रकुमार जैन ‘मनुज’ आचार्य श्री देवनन्दि दिगम्बर जैन स्वाध्याय एवं शोध संस्थान, नैनागिरि में एक लगभग चार सौ वर्ष...