April 20, 2025

Year: 2023

भोपाल यात्रा : हर कण-हर क्षण को नमन

भोपाल, हरदा, हुशंगाबाद। इन जगहों से गुजरना तो हुआ पर जाना कभी नहीं। आचार्य जी के जीवन वृत्त से गुजरते...

इस चौड़े ऊँचे टीले पर : मुक्तिबोध

(1) मुक्तिबोध कविताओं में अपनी बात मुख्यतः फैंटेसी के माध्यम से करते हैं। फैंटेसी के साथ गहन रूपकात्मकता से वे...

छत्तीसगढ़ में पहली बार ‘राष्ट्रीय रामायण महोत्सव’ का आयोजन 1 से 3 जून तक 

मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की विशेष पहल पर राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव की तर्ज पर रायगढ़ में आगामी माह के...

शिवबाड़ी आनंदन भवन में किया गया महिलाओं का सम्मान

केवल एक दिन माँ के साथ सेल्फ़ी लगाना ढोंग, माँ शब्द ही अजर अमर अनंत है : डॉ॰ मेघना शर्मा...

सआदत हसन मंटो के जन्मदिन पर विशेष : अफ़साना मुझे लिखता है …

'ठंडा गोश्त', 'बू', 'टोबा टेक सिंह', 'खोल दो' एवं 'करामात' जैसी बहुचर्चित कहानियों के लेखक, उर्दू के मशहूर अफ़सानानिगार सआदत...

घिस रहा है धान का कटोरा : लोक चेतना और सम्वेदना की कविताएं

मनुष्य का अपने परिवेश से सहज लगाव होता है। उसकी संस्कृति ,इतिहास ,स्मृतियां उसे प्रभावित करती हैं, और इस कारण...