“चंदैनी-गोंदा की अदृश्य शक्ति”: श्रीमती राधा देवी देशमुख की 42 वीं पुण्यतिथि पर श्रद्धा-सुमन
चंदैनी गोंदा का नाम लेते ही अनेक नाम याद आने लगते हैं। संस्थापक दाऊ रामचंद्र देशमुख, गीतकार लक्ष्मण मस्तुरिया, रविशंकर...
चंदैनी गोंदा का नाम लेते ही अनेक नाम याद आने लगते हैं। संस्थापक दाऊ रामचंद्र देशमुख, गीतकार लक्ष्मण मस्तुरिया, रविशंकर...
आज एक टुकड़ा धूप मेरे हिस्से में आई है, मैंने फिर दिल की ज़मीं पर ख़्वाबों की फसल उगाई है।...
डाँ० बलदेव पंडित मुकुटधर पाण्डेय संक्रमण काल के सबसे अधिक सामथ्यर्वान कवि हैं। वे व्दिवेदी-युग और छायावाद के बीच की...
मैं शब्दों को नहीं पिरोती हां मैं शब्दों को नहीं पिरोती शब्द स्वयं गुंथ जाते हैं भावों के गुलगुल धागों...
सबसे पहले सभी जन से हाथ जोड़कर माफी! माफी! माफी! जानता हूं,पत्र देर से लिख रहा हूं। क्या करूं, टाइम...
रेणु की चर्चित कहानी 'तीसरी कसम उर्फ़ मारे गए गुलफ़ाम' पर आधारित फ़िल्म 'तीसरी कसम'(1966) की काफ़ी चर्चा होती रही...
मोहन राकेश जी का यह नाटक अपने पहले मंचन(1969) से ही चर्चित रहा है.तब से अब तक अलग-अलग निर्देशकों और...
लड़की बिछड़ने के दस साल बाद लड़के के शहर में आई है ! जब दोनों साथ थे तब कहा करते...