साहित्य
एक कोशिश ताकां
जीवन मेरातुझको समर्पणआस लगाईराह तकती आखेंकब आये साजन!!नयनों नीरक्यूं ना समझे पीरसांझ सवेरेतडपूं निसदिनस्वप्न हुये अधीर!!मुर्शीद मेराबसता रग रगसांसें उससेसाया...
तीन लघु कथाएँ
निंदक नियरे न राखिएकुछ दिनों पूर्व सैकड़ों रचनाकारों के वाट्सएप समूह से एक लब्धप्रतिष्ठ साहित्यकार को केवल इसलिए रिमूव कर...
पुष्पिता अवस्थी की दो कविताएं
नदी/पुष्पिता नदी के पासअपना दर्पण हैजिसमें नदी देखती है ख़ुद कोआकाश के साथ। नदी के पासअपनी भाषा हैप्रवाह में ही...
षष्ठी पूर्ति के अवसर पर – लोक साहित्य परंपरा के समृद्ध लेखक दुर्गा प्रसाद पारकर
डुमन लाल ध्रुवछत्तीसगढ़ के सुप्रसिद्ध कवि, लेखक, गीतकार, नाटककार उपन्यासकार, स्तंभकार श्री दुर्गा प्रसाद पारकर जी अपनी पीढ़ी और निषाद...
शालिनी वर्मा की लघुकथा
1 - खाली बेड मैं अस्पताल में दो दिन से भर्ती हूँ l साथ में मेरा बेटा भी भर्ती है...
आज की नई गजल
अलग कुर्सी से, हो गए पाए।जो थे सहारे,हो गए पराए ।। निशां तक नहीं,अहले वफा का।आदमी दिल लगाने,कहाँ जाए।। हुए...
अंतिम इच्छा
अपनी सास डॉ. मालती के आँखों में आँसू देखकर रुवी घबरा गई, उसने पूछा,"मम्मी आप क्यूँ रो रही हो।"मालती ने...
आज मौसम बड़ा.. बेईमान है बड़ा
प्रकृति प्रद्दत मौसमों से बचने के उपाय खोज लिये गये हैं. सर्दी में स्वेटर, कंबल, अलाव, हीटर तो गर्मी में...