दीपावली
चल रे वैरागी मन दीपावली मनाते हैं, चल रे वैरागी मन,दीप जला कर आते हैं । राम-लखन जब घर को...
चल रे वैरागी मन दीपावली मनाते हैं, चल रे वैरागी मन,दीप जला कर आते हैं । राम-लखन जब घर को...
आओ फिर से दिए जलाएं। मिलकर तम को दूर भगाएँ। आडम्बर, प्रपंच, पाखण्ड से हरदम दूर रहें हम । ईर्ष्या,...
सादगी के साथ जनसेवा, राज्य शाशन का मूल मंत्र हैं। परित्राणाय साधुनाम, ऐसा हमारा पुलिस तंत्र हैं। उच्चन्यायालय बिलासपुर में।...
नए लक्ष्य सदा जीवन के, जरूरी होता तय करना। लक्ष्य जब जब प्रासंगिक, समय ताल से पग धरना। संघर्षो के...
जनम मरण तो केवल नियति की रीत है । जिंदगी की सुख दुख तो गति की गीत है ।। धडकन...
अब नहीं मिलते शब्द जिनमें भरी हो आग या रोशनी मैं दीवानाबार टकराती हूं सिर उस आसमान से जिसके पास...
मत लिखो - अगर फूट के ना निकले बिना किसी वज्ह के मत लिखो। अगर बिना पूछे-बताए ना बरस पड़े,...
सत्य पर विजय पाकर यारों विसर्जन कर आया हूँ बनवास। मुक्त करके और मुक्त होकर आया हूँ अपना घर निवास...
ट्यूबलाइट जलनी चाहिए! खुलेंगी करतूतें काली अंधेरगर्दी के काले चेहरें वर्दी में उलझी मोहरें अपराधों की काली छाया उजागर उत्कोच...
1 ऐसा हूँ मैं शास्त्र अनोखा , रुपए पैसे की नीति बनाता । कौटिल्य की हूँ रचना प्यारी , बोलो...