जनकवि लक्ष्मण मस्तुरिया की जयंती पर विशेष
नवा राज बन के बेरा मे, भारी गदगदाए रहे महराज अब कइसे मुंह चोराए कस रेंगत हस-सुखरा के ताना मंथिर...
नवा राज बन के बेरा मे, भारी गदगदाए रहे महराज अब कइसे मुंह चोराए कस रेंगत हस-सुखरा के ताना मंथिर...
सबको बहुत लुभाया करतीं सबका मन हरसाया करतीं सब पर प्रेम लुटाया करतीं प्यारी - प्यारी चिड़ियां कुटिया, बंगला, मंदिर,...
हाँ..मैं भी कह देती अपने दिल की बात जो तुम सुन लेते तो अच्छा होता जुबा़ से कह नहीं पाऊँगी...
मीलों मील अकेले चलना अपना दीपक बनकर जलना सूरज की तो फ़ितरत है ये नित्य नया हो, उगना ढलना बुझे...
बात धर्म की आते ही कट्टर हो जाते हैं अच्छे-अच्छे इंसां भी पत्थर हो जाते हैं कैसी पूजा और इबादत...
कोरोना, दूर भगाना है जाग उठो, अब जाग उठो, हम सबकी जान बचाना है, इस कोरोना महामारी से , भारत...
आख़िरी गीत --------------------- आख़िरी गीत.. मुहब्बत का.. गुनगुना तो चलूँ। अंधेरा छा रहा है.. दीया लड़खड़ा रहा है.. झलक मिल...
कच्ची मिट्टी की छितराई हुई दिवार जहाँ एक दीमक लगी खिड़की भी थी...... वहीं कहीं आस पास एक शाम ढली!!!!!...
मुद्दे श्मशान की धूंधूं के बीच अखबार पटे रहे बलात्कार हत्या और गुरबत की ताजा- तरीन खबरों से राजा और...
आज का चिंतन धर्म और राजनीति धर्म का अर्थ होता है 'धारण करने योग्य".. धर्म मानव जीवन को जीने के...