युगीन सच्चाई और सतर्कता की उद्घोषणा है ‘ठग अउ जग’
डॉ. मृणालिका ओझा लोक साहित्य को किसी भी अंचल की भाषा या सीमा में समेट कर नहीं रखा जा सकता।...
डॉ. मृणालिका ओझा लोक साहित्य को किसी भी अंचल की भाषा या सीमा में समेट कर नहीं रखा जा सकता।...
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय आगामी 8 मार्च को कुनकुरी विकासखंड के सलियाटोली मिनी स्टेडियम में महिला बाल विकास विभाग द्वारा...
(मेरे संकलन से - अरुण कुमार निगम) पं. दानेश्वर शर्मा का अध्यक्षीय भाषण : दिनांक : 21 जून 1962 संदर्भ...
लेखक - डॉ. हनुमंत नायडू { नवभारत टाइम्स , बम्बई (अब मुम्बई) दिनांक 03 मार्च 1968 से साभार } मध्य...
छत्तीसगढ़ी गुरतुर भाषा है। छत्तीसगढ़ी भाषा केवल संवाद का माध्यम नहीं है, यह हमारे अंतस को सींचने और हमारी आत्मा...
र्तमान और भविष्य दोनों की जरूरतों को पूरा करता बजट विधानसभा में प्रस्तुत मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने सूत्रवाक्य रखा,...
(कल से लेकर आज तक) भारतवर्ष में तीन मुख्य ऋतुएँ ग्रीष्म, वर्षा और शीत होती हैं। चार उप-ऋतुएँ भी होती...
कुछ रिश्ते बिछड़ कर भी छूट जाते है सीने में इस तरह सूरज डूबने के बाद भी लाल रंग रिसता...
(आलेख - स्वराज करुण ) देखते ही देखते आज नौ साल पूरे हो गए. वह 2मार्च 2016 की तारीख़ थी,जब...
प्रदेश सरकार द्वारा बस्तर की विशिष्ट जनजातीय कला एवं संस्कृति को पुनर्जीवित करने तथा समुचित सम्मान दिलाने के उद्देश्य से...